ईद-उल-अजहा: Jalandhar में अमन शांति की दुआओं लिए उठे हाथ, गले लगा कर एक दूसरे को दी बधाई
Jalandhar में पड़ी गई नमाज़, त्याग और बलिदान का प्रतीक है ईद-उल-अजहा: एडवोकेट नईम खान
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। गुलाब देवी रोड Jalandhar स्थित ईदगाह में हर्षोल्लास के साथ मनायी गई ईद उल अजहा का त्योहार ईदगाह में पंजाबी वक्फ बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर एडीजीपी एमएफ फारूक (IPS) की अध्यक्षता में ईद उल अजहा की नमाज पढ़ी गई।इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री,
जालंधर के एमपी चरणजीत सिंह चन्नी,
बीजेपी नेता और पूर्व सांसद सुशील रिंकू,
पूर्व एमएलए शीतल अंगूराल, मुस्लिम संगठन पंजाब के प्रधान एडवोकेट नईम खान, अमजद अली खान,भाजपा नेता नासिर सलमानी, वक्फ बोर्ड एडमिनिस्ट्रेटर के पीए जमील अहमद, वक्फ बोर्ड के स्टेटस कर शकील अहमद,खास तौर पर मौजूद रहे और उन्होंने एक साथ मिल बैठकर नमाज पढ़ी।
गुलाब देवी रोड स्थित ईदगाह मस्जिद में मुस्लिम संगठन पंजाब के प्रधान एडवोकेट नईम खान की अध्यक्षता में ईद उल अज़हा की नमाज हर्षोल्लास के साथ अदा की गई। मस्जिद इमाम कारी अब्दुल सुभान ने ईद की नमाज पढ़ाई और लोगों को ईद की महत्व के बारे में बताया।
वहीं मस्जिद प्रधान एडवोकेट नईम खान ने कहा कि ईद-उल-जोहा (बकरीद) का त्योहार त्याग और बलिदान का पर्व है। दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाया जाने वाला दूसरा प्रमुख इस्लामी त्यौहार है और यह पैगंबर इब्राहिम के अल्लाह के प्रति पूर्ण विश्वास से दिए गए गए बलिदान के रूप में मनाते हैं। एडवोकेट नईम खान ने लोगों को शांतिपूर्ण और सद्भावना के साथ ईद मनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि ऐसी किसी प्रकार का कार्य नहीं होना चाहिए जिससे किसी धर्म के मानाने वालों को आहत पहुंचे। उन्होंने कहा कि पंजाब की परंपरा रही है के सभी धर्म के लोग सभी त्योहार मिलजुल कर मनाते हैं यही हमारे पंजाब की कौमी यकजहती की एक बड़ी मिसाल है।