बड़ी खबर : Jalandhar में करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले एजेटों पर कार्रवाई न करने वाले SHO और चौकी प्रभारी पर गिरी गाज, सीपी ने लाइन हाजिर किया
Police ने ग्रीन पार्क Jalandhar में Canada का फर्जी वीजा तैयार करने और नकली शादी करवाने वालों को पकड़ा था, 20 लोग करते थे दफ्तर में काम
जालंधर। जालंधर Jalandhar में Canada फर्जी वीजा और दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपए की ठगी (Fraud) करने वाले ट्रैवल एजैंट को गिरफ्तार कर कार्रवाई न करने वाले पुलिस अधिकारी और कर्मचारी पर गाज गिरी है। CP Jalandhar ने एक SHO और एक चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
मामला जालंधर बस स्टैंड के पास चल रहे फर्जी ट्रैवल एजेंसी और फर्जी दस्तावेज (Fake Visa) बनाने से जुड़ा है। जानकारी के मुताबिक जालंधर के बस स्टैंड के पास ग्रीन पार्क की एक कोठी में पुलिस ने छापा मार कनाडा भेजने के लिए तैयार किए जा रहे फर्जी दस्तावेज पकड़ा था। यहां कनाडा समेत कई देशों का वीजा लगवाने और फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट बनाने का काम किया जा रहा था।
Police ने लोगों को शादी का झांसा देकर ठगने वाले 20 लोगों को हिरासत में लिया था
जालंधर के ग्रीन पार्क में पूरे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल और जम्म-कश्मीर के लोगों को ठगा जा रहा था। इस दफ्तर में मुख्य काम फर्जी शादी करवाने को लेकर था। जिसके संचालक कनाडा में बैठे थे। उन्होंने ये दफ्तर खोलकर टेलीकालिंग के माध्यम से लोगों को विदेश भेजने और विदेशी लड़कियों से शादी करवाने के नाम पर ठगने का काम किया जा रहा था।
पुलिस (police) ने छापा मारकर कई लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ग्रीन पार्क की इस कोठी में विदेश भेजने के लिए वीजा समेत पासपोर्ट और कई तरह के फर्जी दस्तावेज बनाए जा रहे थे। पुलिस ने उस वक्त करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया था। पूछताछ में एक बात सामने आई कि गिरोह ने कई लोगों को शादी का झांसा देकर उनसे करोड़ों रूपए लूटे जा चुके है। बताया जा रहा है कि इस गिरोह का संचालक कनाडा में रहता है और वह वहीं से इसको चलाता था।
दो दर्जन के करीब स्टाफ लोगों को फोन कर फंसाता था जाल में
मिली जानकारी के मुताबिक इस दफ्तर में करीब 20 लोगों का स्टाफ था जो फोन कर लोगों को गुमराह करके उनसे पैठे ऐंठते थे। वहीं दूसरी इस मामले में जालंधर के कुछ ट्रैवल एजेंट का नाम भी पुलिस जाँच में सामने आ रहा है जिनकी तलाश की जा रही है।
कई ट्रैवल एजैंट के नाम सामने आने पर पुलिस ने कुछ ट्रैवल एजैटों से रातोंरात करोड़ों रुपए ऐंठे। जबकि इस केस में महज दो लोगों की गिरफ्तारी दिखाकर मामले को पटाक्षेप करने की कोशिश की गई। लेकिन पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा (Swapan Sharma IPS) को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने एक SHO और चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया।