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ट्रंप की एपल को सख्त चेतावनी: India में किया निर्माण तो US उठाएगा ये बड़ा कदम… इसके लिए रहें तैयार!

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पंजाब हॉटमेल, नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एपल को भारत में iPhone और अन्य डिवाइसों के निर्माण को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। ट्रंप ने स्पष्ट कहा कि अगर एपल ने अपने उत्पादों का निर्माण अमेरिका की बजाय भारत में किया, तो उन्हें अमेरिकी बाजार में इन्हें बेचने के लिए भारी टैरिफ चुकाना होगा।

उन्होंने यह बयान ओवल ऑफिस में अमेरिकी परमाणु ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने के दौरान दिया। ट्रंप ने बताया कि एपल के CEO टिम कुक ने भारत में संयंत्र लगाने की योजना साझा की थी, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई।

ट्रंप ने कहा, “मैंने टिम से कहा कि भारत जाना ठीक है, लेकिन अगर आप अमेरिका में अपने उत्पाद बेचेंगे, तो आपको टैरिफ देना होगा। यही तरीका है।” ट्रंप के मुताबिक, भारत दुनिया के उन देशों में से एक है जहां टैरिफ दरें बहुत अधिक हैं, और वहां व्यापार करना आसान नहीं है।

मैं चाहता हूं कि जो iPhone अमेरिका में बेचे जाएं, उनका निर्माण यहीं पर हो

अपने बयान में ट्रंप ने कहा, “मैं चाहता हूं कि जो iPhone अमेरिका में बेचे जाएं, उनका निर्माण यहीं पर हो — न कि भारत या किसी और देश में।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि एपल ने उनकी इस अपील को नजरअंदाज किया, तो उनके उत्पादों पर 25% आयात शुल्क लगा दिया जाएगा।

ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत ने अमेरिका को एक प्रस्ताव दिया है, जिसके तहत वे अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ नहीं वसूलेंगे। बावजूद इसके, ट्रंप का मानना है कि अमेरिका में बनने वाले उत्पाद ही अमेरिकी बाजार में बिकने चाहिए।

उन्होंने टिम कुक से अपनी बातचीत को साझा करते हुए कहा, “टिम, तुम मेरे दोस्त हो। तुमने अब तक अमेरिका में बहुत योगदान दिया है। लेकिन अगर तुम अब भारत में निर्माण कर रहे हो, तो यह स्वीकार्य नहीं है। भारत अपना ख्याल खुद रख सकता है।

“यह बयान उस समय आया है जब एपल जैसी बड़ी टेक कंपनियां चीन से बाहर अपने निर्माण केंद्रों को स्थानांतरित करने की कोशिश कर रही हैं, और भारत को एक वैकल्पिक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में देख रही हैं।

हालांकि, ट्रंप के इस सख्त रुख से अमेरिका में विदेशी उत्पादन करने वाली कंपनियों पर दबाव बढ़ सकता है कि वे “मेड इन USA” को प्राथमिकता दें।

ट्रंप का यह कदम उनके “अमेरिका फर्स्ट” एजेंडे की एक और मिसाल है, जिसमें वे लगातार अमेरिकी उद्योग और रोजगार को प्राथमिकता देने की नीति अपनाते रहे हैं।

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