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Trudeau’s tenure In Canada : पंजाब के गैंगस्टरों व आतंकियों के लिए शरणार्थी बना बैठा है कनाडा, इस बड़ी वजह से भारत से सीधे भिड़ गया…

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पंजाब में फिरौती व आतंकी हमले का धंधा कनाडा से पनपा… इन गैंगस्टरों ने कई नामचीन हस्तियों को मारा… पढ़ें रिपोर्ट

पंजाब हॉटमेल, कनाडा/जालंधर। जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल के दौरान खालिस्तानी समर्थकों व पंजाब के गैंगस्टरों को कनाडा की धरती पर न केवल पनाह दी गयी बल्कि पंजाब में आतंक फैलाने और फिरौती के धंधे के लिए खुली छूट दी गयी। फिरौती का धंधा इस कदर फैला कि इसके शिकार कनाडाई मूल के लोग भी हुए, जिनहोंने एकजुट होकर आवाज उठाई। गायक एपी ढिल्लों व गिप्पी ग्रेवाल के कनाडा स्थित निवास पर गोलियां भी चलायी गयी।

ओटावा की नामचीन हस्ती जसविंदर सिंह जस्सा का कहना है कि ट्रूडो के कार्यकाल में कनाडा ही नहीं पंजाब के हालात भी बदतर हुए। जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी समर्थकों के प्रति उदारवादी थे और उनके दिल में सॉफ्ट कार्नर था। 2018 में जस्टिन ट्रूडो की पंजाब यात्रा के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खालिस्तान के मुद्दे पर उनसे मिलने से इनकार कर दिया था।

नई दिल्ली स्थित कनाडाई दूतावास द्वारा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा आयोजित रात्रिभोज में एक खालिस्तानी समर्थक को निमंत्रण भेजने पर विवाद खड़ा हो गया।यद्यपि भारत की आपत्ति के बाद दूतावास ने निमंत्रण वापस ले लिया, लेकिन विवाद ने निश्चित रूप से जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा को खराब कर दिया।कनाडा और खालिस्तान का मुद्दा 2023 में उस समय चरम पर पहुंच गया जब खालिस्तानी समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा के सरे में हत्या कर दी गई।

कनाडा के पास 26 प्रत्यर्पण अनुरोध लंबित हैं, जिनके लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। यह पिछले एक दशक या उससे अधिक समय से हैं। इनमें अपराधियों की कई अनंतिम गिरफ्तारी अनुरोध भी हैं जो कनाडा के पास लंबित हैं। गुरजीत सिंह, गुरजिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखबीर सिंह लांडा और अर्शदीप सिंह गिल हैं वह आतंकवाद के आरोपों और कुछ संबंधित आरोपों में वांछित हैं। जो कनाडा में खुलेआम घूम रहे हैं।पंजाब के गुरदासपुर जिले के जोगी चीमा के मूल निवासी गुरजीत सिंह चीमा वर्तमान में कनाडा के ब्रैम्पटन में रह रहा है।

गुरजीत पंजाब में टारगेट किलिंग को अंजाम देने के लिए सिख युवकों को कट्टरपंथी बनाने, भर्ती करने और उन्हें वित्तपोषित करने में शामिल रहा है। वह कनाडा की धरती पर बैठकर पंजाब में आतंकवाद को हवा देने की कोशिश कर रहा है। गुरजीत ने लखबीर सिंह रोडे जैसे संपर्कों के माध्यम से पाकिस्तान से आतंकवादी हार्डवेयर की शिपमेंट की सुविधा भी दी और मॉड्यूल के लिए हथियार खरीदने के लिए मार्च 2017 में ग्वालियर, मध्य प्रदेश की यात्रा की।

गुरजिंदर सिंह पन्नू, जो मूल रूप से तरनतारन के नौशहरा पन्नुआन के रहने वाला है। वह अब कनाडा के हैमिल्टन का निवासी है। पंजाब के युवकों को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी मॉड्यूल का समर्थन करने के लिए धन जुटाने में सक्रिय रूप से शामिल रहा है। इसका डोजियर भारत सरकार ने ट्रूडो की सरकार को भेजा लेकिन कार्रवाई शून्य रही। गुरप्रीत सिंह, जो मूल रूप से पंजाब के मोगा के रहने वाले हैं और अब कनाडा के ओंटारियो में रहता है।

पंजाब में टारगेट हत्याओं को अंजाम देने के लिए युवकों को कट्टरपंथी बनाने, भर्ती करने और उन्हें वित्तपोषित करने में शामिल है। उसके संपर्क आतंकी हरमीत सिंह पीएचडी के साथ रहे। भारत सरकार की तरफ से आग्रह किया गया कि गुरप्रीत पंजाब में आतंकवाद को खड़ा कर रहा है?। अप्रैल 2017 में, उसने मॉड्यूल के लिए ग्वालियर से पिस्तौल मंगवाने के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराई। जून 2016 और फरवरी 2017 के बीच, उसने मॉड्यूल के संचालन को आगे बढ़ाने के लिए एक लाख रुपये से अधिक हस्तांतरित किए।

गैंगस्टर, अपराधियों की लिस्ट…

गोल्डी बराड़

लखबीर सिंह संधू, उर्फ लांडा

रमनदीप सिंह, उर्फ रमन जज

चरणजीत सिंह, उर्फ रिंकू

गुरपिंदर सिंह, उर्फ बाबा

डल्ला अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला

सतवीर सिंह, उर्फ वारिंग

स्नोवीर सिंह, उर्फ ढिल्लों

कनाडा स्थित गैंगस्टर लखबीर सिंह संधू उर्फ ”लांडा” को पिछले साल दिसंबर में गृह मंत्रालय द्वारा आधिकारिक तौर पर आतंकवादी घोषित किया गया था। वह भारत में कई अपराधों के लिए वांछित है, गृह मंत्रालय ने उस पर अन्य आतंकवादी गतिविधियों के अलावा मोहाली में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय पर 2022 रॉकेट हमले की साजिश रचने का आरोप है। लांडा कनाडा की धरती पर बैठकर पंजाब में आतंकवाद को खड़ा करने की कोशिश कर रहा है। लांडा के पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा के साथ घनिष्ठ संबंध है। वह ट्रूडो के कार्यकाल में कनाडा पहुंचा और वहां पर अपना हेडक्वार्टर बनाया।

अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को जघन्य अपराधों में कथित संलिप्तता के लिए पिछले साल जनवरी में गृह मंत्रालय द्वारा नामित आतंकवादी घोषित किया गया था। डल्ला खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) जैसे चरमपंथी समूहों से जुड़ा हुआ है। वह पाकिस्तान स्थित गुर्गों के साथ मिलकर काम करता है और पंजाब में तबाही के सपने देख रहा है। डल्ला एनआईए के रडार पर है, जिसने उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।

गैंगस्टर चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू बहिला पंजाब के बरनाला का रहने वाला है। चरणजीत सिंह इस वक्त ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में बैठा है। वहां ये खालिस्तान टाइगर फोर्स के साथ जुड़कर एंटी इंडिया एजेंडा चलाता है। इसपर मर्डर, फिरौती समेत 25 से ज्यादा केस दर्ज हैं। चरणजीत भी कभी हरदीप निज्जर का करीबी था। यह भारत के गैंगस्टर्स को कनाडा भगाने में मदद करता है। पंजाब पुलिस ने इसके खिलाफ 2021 में लुक आउट नोटिस जारी किया था।

पंजाब के डीजीपी कानून व्यवस्था अर्पित शुक्ला का कहना है कि पंजाब के कई गैंगस्टर नकली पासपोर्ट पर कनाडा चले गए। जहां उनको शरण दी गई। ऐसे अपराधियों व आतंकियों पर पूरी निगाह है और लगातार उनका नेटवर्क पंजाब में ब्रेक किया जा रहा है।

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