Punjab Police in Action : कारोबारी से रंगदारी मांगने के बाद जालंधर पुलिस ने आतंकी लांडा के हवलदार जीजा और मां-बहन को उठाया, गैंगस्टर यादविंदर का परिवार भी गिरफ्तार
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। Punjab में विदेशी नंबरों से कॉल रंगदारी मांगने वाले आतंकी लखबीर लांडा पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। जालंधर के सबसे पॉश इलाके मॉडल टाउन में एक कारोबारी से 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने आतंकी लांडा के 6 परिजनों और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लखबीर सिंह की मां परमिंदर कौर, बहन जसपाल कौर, कांस्टेबल जीजा रणजोत सिंह, उसके साथी यादविंदर की मां बलजीत कौर, पिता जयकार सिंह और बहन हुस्नप्रीत कौर को गिरफ्तार किया है।
सिविल अस्पताल जालंधर में मेडिकल जांच कराई गई। पुलिस ने सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों और मोबाइल फोन की जानकारी जब्त कर ली है। हालांकि पुलिस ने दो दिन का रिमांड मांगा था। लेकिन बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलों के आधार पर अदालत ने सिर्फ एक दिन का रिमांड दिया। आज फिर पुलिस सभी आरोपियों को अदालत में पेश करेगी।
Punjab पुलिस ने तड़के रेड कर परिजनों को घरों से उठाया
गुरुवार को जालंधर कमिश्नरेट पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपियों के परिजनों के घर पहुंची और कई घंटों तक चली छापेमारी के दौरान पुलिस उन तक पहुंच गई। बता दें कि पिछले 10 दिनों में कनाडा निवासी आतंकी लखबीर सिंह और उसके साथी यादविंदर सिंह के खिलाफ जालंधर के अलग-अलग थानों में दो मामले दर्ज हुए हैं। पहला मामला थाना बस्ती बावा खेल और दूसरा मामला थाना डिवीजन नंबर छह में दर्ज हुआ है।
जालंधर के खेल व्यापारी से भी मांगी गई थी रंगदारी
बीते दिन जालंधर के लैदर कॉम्प्लेक्स में कोहली प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों से भी रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में जालंधर सिटी पुलिस ने आतंकी लांडा के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया था। जिनमें तरन तानर के रहने वाले गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, जगरूप सिंह जूपा और होशियारपुर के रहने वाले भूपिंदर सिंह उर्फ बंटी शामिल थे।
आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने यूएपीए के तहत केस दर्ज किया था। साथ ही सीपी स्वप्न शर्मा ने कहा था कि उन्हें आरोपियों से पुख्ता सबूत मिले हैं कि वह लांडा के टच में थे। जिसमें आरोपियों ने ये भी माना कि वह शहर के अन्य प्रमुख कारोबारियों को भी टारगेट कर रहे थे। मगर इससे पहले ही उनकी गिरफ्तारी हो गई। मगर अभी वह केस पूरी तरह से नहीं सुलझा था कि एक अन्य कारोबारी को दोराबा से कॉल आ गई।