Political Breaking : SAD उम्मीदवार का आरोप- Election लड़ने से रोकने के लिए जिला प्रधान मन्नण ने फर्जी साइन कर नामांकन वापस लेने की कोशिश की, रिटर्निंग अफसर को साइन करके दी थी लेटर, पार्टी में फूट से दो धड़ों में बंटने से चुनाव पर पड़ेगा असर
सुरजीत कौर बोली- वह Election लड़ेंगी, वारिश पंजाब दे के मुखी सांसद अमृतपाल सिंह के परिजनों से मांगेंगे समर्थन, बोली- किराए के मकान में रहने से नेता मेरी छवि डिसाइड कर रहे
पार्टी की बनाई टीम ने सुरजीत कौर को By Election में उम्मीदवार बनाया, अगर जागीर कौर-वडाला की गतिविधियां पार्टी विरोधी हैं तो उसमें उम्मीदवार की क्या गलती: राजपाल
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। Jalandhar West By-election Election में शिरोमणि अकाली दल में जारी उठापटक के बीच उम्मीदवार सुरजीत कौर उनके साथियों ने वार्ता कर दूसरे गुट पर बड़े सवाल खड़े किए। अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर और यूथ अकाली नेता सुखमिंदर सिंह राजपाल ने कहा कि उनके नामांकन वापिस लेने के लिए जिला प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण, चरणजीत लाली और रेरू ने जाली साइन कर फार्म जमा कराए।
वार्ता के दौरान नेताओं ने कहा कि पार्टी की ओर से बनाई टीम ने लोगों से बातचीत और नेताओं से फीडबैक के बाद सुरजीत कौर को उम्मीदवार बनाया था, जबकि टिकट के लिए सुरजीत कौर, सुभाष सोंधी, आरती राजपूत, भजन लाल चोपड़ा, अमरीक सिंह केपी दावेदार थे। कमेटी ने देखा कि तीन उम्मीदवार हल्के से बाहर के हैं जिसके बाद 40 साल से पंथक परिवार और दो पार्षद रही सुरजीत कौर को चुना गया। उनके पति भी पार्षद रहे जो परिवार आज भी किराए के मकान में रहता है उसे टिकट मिलती देख कुछ नेताओं को खास पसंद नहीं आया।
प्रधान पद से इस्तीफा देने की वजह से कुलवंत सिंह मन्नण को कमेटी में नहीं रखा गया। जब नामांकन के बाद वडाला और बीबी जागीर कौर की वार्ता की उसके बाद नामांकन वापिस लेने के लिए कहा गया और कहा गया कि पार्टी कोई पैसा नहीं खर्चेंगे। इसके बाद कुलवंत सिंह मन्नण, चरणजीत लाली और रेरू ने रिटर्निंग अफसर को पत्र लिखा कि मैं 034 विधानसभा हलका जालंधर पश्चिम के लिए हो रहे उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार के तौर पर कागज दाखिल किए थे।
मैं पेपर वापिस लेना चाहती हूं इसलिए जिला प्रधान अकाली दल जालंधर कुलवंत सिंह मन्नण को इसके लिए भेज रही हूं। फार्म बी पर नामांकन वापिस लेने के लिए जिला प्रधान ने अपने हस्ताक्षर कर दिए। वह कुलवंत सिंह मन्नण और अन्यों के खिलाफ शिकायत देने जा रहे हैं उन्होंने अपने हस्ताक्षर कर पार्टी सिंबल और नामांकन लेने की कोशिश की।
बड़े नेताओं की पार्टी विरोधी गतिविधियों का खामियाजा हम क्यों भुगतें
उम्मीदवार सुरजीत कौर ने कहा कि इस बारे में उसने पूछा तक नहीं गया, अगर बीबी जागीर कौर और गुरप्रताप सिंह वडाला की गतिविधियां पार्टी विरोधी हैं तो मेरी क्या गलती, जो पहले टिकट देने के बाद अब नामांकन वापिस लेने की चाल चलने के बाद विरोध कर रहे हैं। इसपर मसले पर अकाली दल के सीनियर नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। जालंधर वेस्ट उप-चुनाव में अकाली दल के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रही सुरजीत कौर ने जिला प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इससे पहले अकाली दल द्वारा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार से समर्थन वापस लेने के बाद अब अकाली दल के जिला प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण पर फर्जी साइन कर नामांकन वापस लेने के गंभीर आरोप लगे हैं। वेस्ट उप-चुनाव में अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर ने प्रैस कांफ्रेंस करके मन्नण पर आरोप लगाए हैं। सुरजीत कौर ने कहा कि बुधवार को नोमिनेशन वापसी लेने की तारीख थी। पौने तीन बजे मन्नण ने रिटर्निंग अफसर को उनका नोमिनेशन वापस लेने की लैटर दे दी जबकि उस लैटर पर उनके साइन नहीं थे। किसी ने उस पर फर्जी साइन किए हैं। वो साइन मन्नण ने किए या किसी और ने, उन्हें नहीं पता। उस लैटर पर लिखा था कि सुरजीत कौर अपना नोमिनेशन वापस लेती है और सारी पॉवर कुलवंत सिंह मन्नण को सौंपती है। उन्होंने कहा कि वह पुलिस को शिकायत देंगी। यूथ अकाली दल के पूर्व प्रधान सुखमिंदर सिंह राजपाल ने कहा कि पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने बीबी जगीर कौर, गुरप्रताप सिंह वडाला और महिंदर सिंह कैपी को वेस्ट उप-चुनाव कमेटी की कमान सौंपी थी। इन तीनों ने ही जत्थेदार प्रीतम सिंह की पत्नी सुरजीत कौर को टिकट दी। बीबी जगीर कौर और गुरप्रताप सिंह वडाला ने अगर बगावत की तो इसमें सुरजीत कौर का क्या कसूर है। पार्टी चुनाव कमेटी बदल देती, उम्मीदवार से समर्थन वापस क्यों लिया। ये सरासर गलत फैसला है। नियम के अनुसार सुरजीत कौर का चुनाव चिन्ह तकड़ी ही रहेगा। वह चुनाव लड़ रही है और वर्कर उनके हाथ खड़े हैं। वही उम्मीदवार सुरजीत कौर ने कहा कि वह चुनाव मैदान से पीछे नहीं हटेंगी, जल्द ही वारिस पंजाबी के मुखी अमृतपाल सिंह के परिजनों से मिलकर समर्थन की मांग करेंगे ताकि पंथक वोटर पार्टी के साथ जोड़ सके।