अब EMI डिफॉल्ट हुई तो बड़ा नुक़सान: RBI नए सिस्टम की तैयारी में, छोटे कर्ज की वसूली के लिए नियमों में बदलाव करेगी
पंजाब हॉटमेल, मुंबई/चंडीगढ़। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) उपभोक्ता लोन की वसूली आसान बनाने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रहा है। प्रस्तावित व्यवस्था लागू होने पर अगर कोई ग्राहक EMI नहीं चुकाता, तो बैंक या फाइनेंस कंपनी उस प्रोडक्ट को दूर से ही बंद कर सकेगी।

यानी EMI पर खरीदे गए मोबाइल, टीवी, वॉशिंग मशीन या लैपटॉप का इस्तेमाल तभी संभव होगा, जब तक किस्तें समय पर भरी जाएंगी।
फाइनेंस एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह कर्ज अब सुरक्षित लोन की श्रेणी में आ सकते हैं, जिससे ब्याज दरों में भी कमी आनी चाहिए। अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में पहले से ही ऐसी तकनीक मौजूद है, जहां EMI न भरने पर कार तक स्टार्ट नहीं होती।
नए सिस्टम की खास बातें
EMI न भरने पर प्रोडक्ट रिमोट से लॉक हो जाएगा।
ग्राहक का निजी डेटा सुरक्षित रखने का दावा, लेकिन डेटा लीक का खतरा बरकरार।
स्मार्टफोन, टीवी, लैपटॉप जैसे डिजिटल प्रोडक्ट पर सिस्टम आसानी से लागू होगा।
गैर-डिजिटल प्रोडक्ट (फर्नीचर, साधारण बाइक) पर अभी संभव नहीं।
फायदे भी होंगे
डिफॉल्ट घटेंगे, कर्जदाताओं का भरोसा बढ़ेगा।
नुकसान भी उठाना पड़ेगा
जरूरत की सेवाएं बंद होने से उपभोक्ता अधिकार प्रभावित होंगे।
देश में हर तीन में से एक उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक सामान EMI पर खरीदता है।
ऐसे में यह सिस्टम लागू हुआ तो डिफॉल्ट कम हो सकते हैं, लेकिन इसके साथ ही रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।