Vigilance Remand में MLA अरोड़ा: करीबी डीएसपी से पूछताछ और SHO को पुलिस लाइन भेजा, सरकारी दफ्तरों के स्टाफ में हलचल बढ़ी
विजिलेंस को संदेह- इस एरिया में खुर्दबुर्द किया गया सामान, 3 फ्लैट, 1 विला, दर्जन से ज्यादा प्राइम लोकेशन की डिटेल जांची
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। विजिलेंस रिमांड में चल रहे विधायक रमन अरोड़ा से पूछताछ आगे बढ़ रही है तो उनकी तबीयत भी खराब होने लगी है। हवालात में सहूलतें मांग रहे हैं और गवाहों से झगड़ने तक की बातें सामने आ रही हैं। विजिलेंस को संदेह है कि चरणजीत पुरा में सामान खुर्द-बुर्द किया गया है। विजिलेंस की जांच नगर निगम से सीधा जिला प्रशासकीय कॉम्प्लेक्स तक पहुंच चुकी है।

इस मामले को लेकर विजिलेंस की कई टीमों ने अलग-अलग समय पर पटवारी और कानूनगो के पास पहुंच कर प्रॉपर्टीज का रिकॉर्ड चेक किया।विजिलेंस टीम पुराने पटवारखाने और सब-रजिस्ट्रार कार्यालय के नई बिल्डिंग में पटवारी और कानूनगो के पास प्राइम प्रॉपर्टी का रिकॉर्ड लेकर पहुंची।

इस दौरान करीब आठ पटवारियों और तीन कानूनगो से पूछताछ की गई। शहर के अलावा विजिलेंस टीम जालंधर-2 के एरिया में पटवारी भूपिंदर सिंह, राजन अरोड़ा, हनी भाटिया, राहुल शर्मा, संदीप सिंह, दीपक शर्मा, रवि सभ्रवाल और कानूनगो कुलविंदर सिंह सहित अन्य कानूनगो के पास भी पहुंची।
विजिलेंस ने विधायक अरोड़ा से जांच और रिकॉर्ड चेक करने के बाद कुछ अहम प्रॉपर्टी के दस्तावेज चेक किए। हालांकि इनमें विधायक रमन अरोड़ा के नाम पर कुछ नहीं मिला, लेकिन बताया जा रहा है कि ये प्रापर्टी उनके कुछ जानकारों के नाम पर है। इसलिए दोबारा दस्तावेज चेक करवाए जा रहे हैं।
दूसरी तरफ विजिलेंस की जांच में 66 फुटी रोड, फोल्ड़ीवाल के पास 3 फ्लैट और 1 विला का जिक्र भी आ रहा है। इसके अलावा भगवान वाल्मीकि चौक के पास ऑफिस और उसकी बैकसाइड मार्केट, अटारी बाजार, शेखां बाजार, पठानकोट चौक के पास होटल के नजदीक, रामामंडी, तल्हण रोड सहित एक दर्जन के करीब जालंधर-1 और जालंधर-2 के एरिया है, जिसकी प्रॉपर्टी की जांच की जा रही है।
पुराने पटवारखाने में पड़ा रेवेन्यू संबंधी रिकॉर्ड, जिसकी जांच की गई।दूसरी तरफ विधायक अरोड़ा पर विजिलेंस कार्रवाई के बाद से डीसी ऑफिस की कुछ ब्रांचों के मुलाजिमों, सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्ट्री क्लर्क की सीटों पर लंबे समय से काम कर रहे मुलाजिमों में भी हड़कंप है।
डीएसपी बोले- मैं तो काम से सीपी दफ्तर आया था, आज फिर होगी पूछताछ; SHO पर गिरी गाज
विधायक के करीबी एसीपी निर्मल सिंह (अब डीएसपी नवांशहर) से विजिलेंस ने पूछताछ की। डीएसपी पर आरोप लग रहे थे कि वे विधायक के कहने पर हर तरह का काम कर देते थे, चाहे कानूनी तौर पर वह ठीक हो या न हो। डीएसपी को मंगलवार को दोबारा बुलाया गया है। एक विशेष टीम डीएसपी से पूछताछ करेगी।
हालांकि पूछताछ के बाद बाहर आए डीएसपी से मीडिया ने पूछा तो बोले- रुटीन में सीपी दफ्तर आए थे। दूसरी ओर विधायक के करीबी थाना-2 के एसएचओ इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह को रविवार शाम सीपी धनप्रीत कौर ने पुलिस लाइन भेज दिया। उनकी जगह एसआई जसविंदर सिंहको जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सीपी ने कार्रवाई देरी से की है, क्योंकि सुरक्षा हटाए जाने के बाद ही उन्हें संकेत दे दिए गए थे। एक टीम यह भी जांच कर रही है कि विधायक की मेहरबानी पर तीन साल तक आराम से ड्यूटी करने वाले पुलिस और प्रशासन में कौन-कौन से नौकरशाह थे।