KISAN ANDOLAN @2.0: आज ब्लैक डे का आह्वान, दिल्ली मार्च पर फैसला, हार्ट अटैक से किसान की मौत, अब तक 7 जान गईं… पढ़े आज की अपडेट
पंजाब सीएम मान का ऐलान से मृतक KISAN को एक करोड़ की सहायता और परिवार को नौकरी, हरियाणा में किसानों पर नहीं लगेगी एनएसए, पंधेर बोले- घर-वाहनों पर काले झंडे लगाएं
पंजाब/चंडीगढ़/हरियाणा/नई दिल्ली। दिल्ली कूच के लिए शंभू बार्डर पर डटे किसानों के आदोलन KISAN ANDOLAN@2.0 का आज 11वां दिन हैं और हक की लड़ाईलड़ रहे किसानों ने एक सिपाही को और खो दिया। हार्ट अटैक से बुजुर्ग किसान की मौत हो गई और अबतक जान गंवाने वालों की संख्या 7 हो गई है। वहीं हरियाणा पुलिस ने आंदोलन कर रहे किसान नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई का फैसला वापस ले लिया है। अंबाला रेंज के IGसिबाशकबिराज ने शुक्रवार 23 फरवरी को यह जानकारी दी। इससे पहले, गुरुवार को अंबाला पुलिस ने कहा था कि प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई आंदोलनकारी किसान नेताओं से की जाएगी। इसके लिए उनकी संपत्ति कुर्क और बैंक खाते सीज किए जाएंगे। इधर पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर 21 साल के शुभकरण की मौत के विरोध में किसान शुक्रवार को देशभर में ब्लैक डे मना रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा की गुरुवार को साढ़े 4 घंटे चली बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। इसमें 100 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया। 26 को देशभर में ट्रैक्टर मार्च और 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत करने पर सहमति जताई। पंधेर की घर-वाहनों पर काले झंडे लगाने की अपील की।

आज दिल्ली कूच पर फैसला लेंगे KISAN, आंदोलन से युवाओं का जोश हो रहा कम
किसान आंदोलन का आज 11वां दिन है। किसान-मजदूर मोर्चा (KMM) दिल्ली कूच पर आज फैसला लेंगे।। 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर युवक शुभकरण की मौत के बाद किसानों ने दिल्ली मार्च को रोक दिया था। गुरुवार को किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने एक तस्वीर जारी कर कहा- ‘खनौरी बॉर्डर पर सीधी फायरिंग की गई है। पंजाब सरकार हत्या का केस दर्ज करे।’ किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने शुभकरण को शहीद का दर्जा देने की मांग की।
हरियाणा CM बोले मैं KISAN का बेटा, उनका दर्द समझता हूं, शहीदों के परिवार को 1 करोड़ देंगे, में किसानों के कर्ज का ब्याज-पेनल्टी माफ
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर वित्तमंत्री आज (23 फरवरी) को अपने सेकेंड टर्म के कार्यकाल का बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि बजट 1 लाख 89 हजार करोड़ रुपए होगा। यह पिछले बजट से 11 प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष कोई नया टैक्स नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा- विकसित भारत की यात्रा में विकसित हरियाणा अहम भूमिका निभाएगा। मेरे लिए लगातार 5वीं बार बजट पेश करना गर्व की बात है। भारत दुनिया की सबसे तेजी के साथ बढ़ती अर्थव्यवस्था है। हमने कोविड का भी सामना किया। अगले दो दशक अमृत काल के हैं। जिसमें भारत दुनिया का अग्रणी विकसित देश बनेगा और विश्व गुरु बनेगा। मुख्यमंत्री ने हरियाणा के 5 लाख 47 हजार किसानों के कर्ज के ब्याज और पेनल्टी माफी की घोषणा की। मनोहर ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं, दर्द समझता हूं। मैंने खुद हल चलाया है और खेती की है।

एक और KISAN अपनों के लिए कुर्बान, संघर्ष जारी
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि आंदोलन के दौरान एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हुई है। उनका नाम दर्शन सिंह है। वह बठिंडा के अमरगढ़ के रहने वाले थे। उनकी उम्र 62 साल थी। उनकी मौत राजिंदरा अस्पताल पटियाला में हुई। किसान की मौत की सूचना मिलने के बाद सरवन पंधेर रजिंदरा अस्पताल पहुंचे। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का इलाज भी इसी अस्पताल में चल रहा है।
राजेवाल बोले- आंदोलन खराब करने का आरोप लग सकता है
किसानों के इस आंदोलन से राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, बलबीर राजेवाल, हरिंदर सिंह लक्खोवाल समेत अन्य बड़े किसान नेताओं ने दूरी बनाई हुई है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि वह शंभू और खनौरी बॉर्डर पर नहीं जाएंगे। वह अपना अलग प्रदर्शन करेंगे। बलबीर राजेवाल का कहना है कि जगजीत डल्लेवाल ने खुद ही दिल्ली जाने का ऐलान किया। अगर हम वहां गए तो फिर कहीं ये न कहा जाए कि उनका आंदोलन खराब करने आ गए।
KISAN आंदोलन में 10 दिन में कब क्या हुआ… सिलसिलेवार ढंग से समझिए…
13 फरवरी: पहले ही दिन सुबह 10 बजे फायरिंग पंजाब से किसान 12 फरवरी की शाम को ही शंभू बॉर्डर पर पहुंच गए। 13 फरवरी की सुबह उन्होंने हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान ड्रोन से भी किसानों पर आंसू गैस के बम गिराए गए। शंभू की तरह खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर भी हालात नाजुक रहे।
14 फरवरी: खनौरी बॉर्डर पर बिगड़े हालात किसानों ने शंभू बॉर्डर पर हरियाणा में घुसने की कोशिश की। पुलिस ने आंसू गैस के बम दागे और रबड़ की गोलियां चलाईं। प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन पर SLR से सीधी फायरिंग की। खनौरी बॉर्डर पर भी किसानों और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच झड़प हो गई। किसानों ने जवानों के हेलमेट और लाठियां छीन लीं।
15 फरवरी: पंजाब में टोल फ्री, ट्रेनें रोकीं आंसू गैस के इस्तेमाल से नाराज पंजाब के दूसरे किसान संगठन भी आंदोलन के समर्थन में कूदे। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने 3 घंटे पंजाब के सभी टोल प्लाजा फ्री करवाए। भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) ने 6 जिलों में 4 घंटे ट्रेनें रोकीं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब के 3 जिलों पटियाला, संगरूर और फतेहगढ़ साहिब के उन हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट बंद करा दिया, जहां किसान इकट्ठा थे। पंजाब CM भगवंत मान ने इसके खिलाफ केंद्र को चिट्ठी लिखी। इसी दिन केंद्र और किसानों के बीच तीसरे दौर की वार्ता हुई।
16 फरवरी: ग्रामीण भारत बंद, हरियाणा में टोल फ्री किसानों ने ग्रामीण भारत बंद बुलाया। पंजाब-हरियाणा में रोडवेज बसें बंद रहीं। हरियाणा में BKU(चढ़ूनी) के ग्रुप ने 3 घंटे सारे टोल फ्री कराए। गुरदासपुर के किसान ज्ञान सिंह की शंभू बॉर्डर पर हार्ट अटैक से मौत हो गई। ड्यूटी पर तैनात GRP के सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत हो गई। वजह आंसू गैस के गोले से दम घुटना बताया गया। पुलिस पर हमले के आरोप में हरियाणा पुलिस ने किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ और उनके 5 साथियों पर FIR दर्ज की है। शाम को किसान संगठनों ने शांति बनाए रखने का फैसला किया।
17 फरवरी: पंजाब में भाजपा नेताओं के घर घेरे शंभू बॉर्डर पर दिनभर शांति रही। हरियाणा के सभी जिलों में BKU(चढ़ूनी) ग्रुप ने ट्रैक्टर मार्च निकाले। पंजाब में BKU(उगराहां) ने सारे टोल फ्री करा दिए। पंजाब BJP प्रधान सुनील जाखड़, पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और बरनाल में भाजपा नेता केवल सिंह ढिल्लो के घर के बाहर धरना शुरू।
18 फरवरी : बैठक में केंद्र ने दिया प्रपोजल भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के नेता मनजीत सिंह ने खन्नौरी बॉर्डर पर दम तोड़ दिया। चंडीगढ़ में देर शाम केंद्रीय मंत्रियों और किसानों की मीटिंग हुई। इसमें सरकार ने 5 फसलों- मक्की, कपास, मसूर, उड़द और तुअर की अगले 5 साल MSP पर खरीद का प्रपोजल दिया।
19 फरवरी: किसानों ने केंद्र का प्रस्ताव ठुकराया किसान नेता सरवन सिंह पंधेर व जगजीत डल्लेवाल ने केंद्र सरकार के प्रपोजल को खारिज कर दिया। डल्लेवाल ने कहा कि इसका फायदा सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो धान-गेहूं को छोड़ेगा। पंजाब कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू ने एक तरह से कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की कोशिश बताया। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने 21 फरवरी की सुबह 11 बजे दिल्ली कूच का ऐलान किया।
20 फरवरी: शंभू बॉर्डर पहुंची बड़ी-बड़ी मशीनें, एक और मौत हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए किसान JCB और हाईड्रोलिकक्रेन जैसी हैवी मशीनरी लेकर पहुंच गए। बुलेटप्रूफ पोकलेन मशीन भी लाई गई। हरियाणा पुलिस के DGP शत्रुजीत कपूर ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पंजाब के DGP गौरव यादव को लेटर लिखा। टोहाना बॉर्डर पर एक SI की मौत हो गई।
21 फरवरी : दिल्ली कूच की कोशिश, युवा किसान की मौत किसानों ने दोपहर में दिल्ली कूच की कोशिश की। इससे पहले केंद्र से 5वीं वार्ता का मैसेज आया। किसान फैसला ले पाते, उससे पहले खनौरी बॉर्डर पर हिंसक झड़प हो गई। जिसमें बठिंडा के युवा किसान शुभकरन की मौत हो गई। शंभू बॉर्डर पर आगे बढ़ने की कोशिश के वक्त हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। जिससे आंदोलन की अगुआई कर रहे सरवण पंधेर और जगजीत डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद दिल्ली कूच 2 दिन टाल दिया गया।
22 फरवरी: शंभू-खनौरी बॉर्डर पर शांति शंभू और खनौरी बॉर्डर पर दिन भर शांति रही। इस दौरान किसान पंजाब सीमा में बैठे रहे। वहीं हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स बैरिकेडिंग पर डटी रही।