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Jalandhar Breaking : 14 साल पुराने चीटिंग मामले में Dayanand आयुर्वेदिक कॉलेज के पूर्व प्रिंसीपल सहित 4 पर FIR, ये है मामला

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जालंधर। महानगर JALANDHAR में करीब 14 साल पहले गलत ढंग से पेपर करवाने के मामले में पुलिस ने लंबी जांच के बाद Dayanand आयुर्वेदिक कॉलेज के पूर्व प्रिंसीपल सहित 4 पर FIR दर्ज कर ली है। केस में पुलिस ने कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल, सेंट्रल कौंसिल ऑफ इंडिया मैडिसिन के पूर्व सदस्य और पेपर देने वाली युवती का नाम शामिल किया है। केस में साजिश और धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं। फिलहाल केस में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। जल्द पुलिस नोटिस जारी कर सभी को जांच में शामिल करेगी। अगर वह जांच में सहयोग नहीं करेंगे तो फिर पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी। मिली जानकारी के अनुसार ये मामला कमिशन ऑफ इंडियन सिस्टम एंड मैडिसिन, मनिस्ट्री ऑफ आयुष (भारत सरकार) के ध्यान में भी लाया गया था। जिसके बाद उक्त विभागों द्वारा केस को लेकर सारी जानकारी मांगी गई थी।

दयानंद आयुर्वेदिक कॉलेज की प्रतीकात्मक तस्वीर।

FIR में दर्ज विवरण, जो Jalandhar पुलिस की जांच में सामने आया….

होशियारपुर की खड़का रोज पर स्थित श्री गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी डॉ. अंजू बाला ने पुलिस को बताया कि 14 फरवरी को होशियारपुर पुलिस के जरिए एक शिकायत उनके ध्यान में आई थी। जिसके उक्त शिकायत को जालंधर पुलिस कमिश्नर के साथ ट्रांसफर कर दिया गया। उक्त रिपोर्ट की जांच होशियारपुर में डीएसपी डिटेक्टिव द्वारा की गई थी।

उक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि हरियाणा के चर्खी दादरी के रहने वाले मंजीत सिंह ने बताया कि वैद्य जगजीत सिंह 2007 में सैंट्रलकौंसल ऑफ इंडियन मैडिसिन नई दिल्ली में सदस्य थे, जबकि उनका बेटे डॉ. कर्णवीर सिंह निवासी सैक्टर 32 सी, चंडीगढ़ ने मैनेजमैंट कोटे में दयानंद आयुर्वैदिक कालेज में बीएएमएस करने के लिए सीट ली थी। साथ ही 2011 में वैद्य जगजीत सिंह की बेटी डॉ. रूपम सिंह ने भी बीएएमएस करने के लिए सीट ले ली। ये सीट जालंधर के मैनेजमेंट कोटे से दी गई थी।आरोप है कि दोनों भाइयों ने मात्र 25 प्रतिशत ही लैक्चर अटैंड किए, जबकि 75 प्रतिशत लैक्चर अटैंड ही नहीं किए। बता दें कि जिसकी अटेंडेंस पूरी नहीं होती, उसे पेपर देने की अनुमति नहीं दी जाती। लेकिन उनके पिता वैद जगजीत सिंह ने नई दिल्ली में सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन के सदस्य होने के नाते अपने दबाव से प्रिंसिपल डॉ. राज कुमार शर्मा से परीक्षा में बैठने के लिए रोल नंबर प्राप्त कर लिया।

पहले होशियारपुर पुलिस को हुई थी शिकायत, बाद में डीएसपी जालंधऱ ने की थी जांच

इन कागजातों की जांच डीएसपी जालंधर ने की थी। जब इस बारे में अधिकारियों को पता चला तो एक शिकायत पहले होशियारपुर पुलिस को दी गई। वहां से इसकी सारी जांच जालंधर सिटी पुलिस को सौंप दी गई। इस मामले की लंबी जांच के बाद कमिश्नरेट पुलिस ने डॉ. कर्णवीर सिंह, डॉ. रूपम सिंह, इन दोनों के पिता वैद्य जगजीत सिंह सभी निवासी सैक्टर 32 सी, चंडीगढ़ और दयानंद आयुर्वेदिक कालेज के पूर्व प्रिंसीपल डॉ. राज कुमार शर्मा के खिलाफ 420, 120-बी के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।

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