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Fake Gang in Jalandhar: फर्जी निगम अधिकारी बन पैसे ऐंठने वाले चार अरेस्ट, धमकाकर मांगे थी रकम

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आप भी रहें Gang से सावधान, घर का निर्माण अवैध बता कर रहे थे ब्लैकमेल, पुलिस ने आरोपियों से पांच हजार रुपए की नकदी और चार मोबाइल बरामद किए

जालंधर। महानगर जालंधर के ढिलवां एरिया में घर के निर्माण को अवैध बता एक लाख रुपए मांगने वाले 4 फर्जी निगम अधिकारियों के Gang को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में एक महिला भी शामिल हैं। वहीं पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि आरोपियों ने धमकी देकर₹10000 मांगे थे। पीड़ित की मानें तो आरोपियों ने फर्जी पत्रकार बनकर पहले क्यूआर कोड भेज कर 30000 रुपए डलवा दिए थे। पुलिस ने फर्जी निगम अधिकारियों पर केस दर्ज कर लिया है। जिन्हें कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी।

निगम अधिकारियों के फर्जी Gang की जानकारी देते पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा।

थाना रामामंडी पुलिस ने सनी महेंद्रू, अजय निवासी अली मोहल्ला, मिस्टी निवासी भार्गव कैंप, मनप्रीत निवासी अवतार नगर के खिलाफ धारा 384, 420, 419 और 34 के तहत केस दर्ज किया है। गुरुवार देर शाम केस दर्ज कर लिया था। जानकारी के मुताबिक आरोपी ढिलवां निवासी चतर सिंह ने बताया कि उक्त आरोपियों ने उनके घर की फोटो खींच निर्माण को अवैध बताकर करवाई करवाने की धमकी दी। उक्त फर्जी निगम अधिकारियों ने उससे एक लाख रुपए की मांग की थी। लेकिन किसी तरह फर्जी निगम अधिकारियों को 30 हजार रुपए दे भी दिए थे। मगर, आरोपियों का पेट इतने से नहीं भरा तो, उन्होंने दोबारा परेशान करना शुरू कर दिया गया था।

निगम अधिकारियों के फर्जी Gang की जानकारी देते पुलिस अधिकारी।

चतर सिंह ने पुलिस को बताया कि आरोपियों के पेटीएम अकाउंट में उसने क्यूआर कोड के जरिए करीब 30 हजार रुपए ट्रांसफर किए गए थे। मगर, आरोपियों ने दोबारा उसे तंग करना शुरू कर दिया था। इसे लेकर पीड़ित ने तुरंत मामले की शिकायत पुलिस को दी और जालंधर-आदमपुर हाईवे पर पैसे देने के लिए आरोपियों को बुला लिया। जब वह पैसे लेने के लिए मौके पर पहुंचे तो उन्हें पुलिस ने दबोच लिया। पीड़ित ने मौके पर एक वीडियो भी बनाया। जिसमें पुलिस आरोपियों के नाम नंबर नोट कर रही थी।

पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि घटना से 6 लोगों को गिरफ्तार किया था जिन में दो की समूलियत न होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। यह गैंग अलग-अलग विभागों के अधिकारी बन लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठते थे। पुलिस रिमांड में पूछताछ करेगी कि गोरख धंधा कब से चला रहे थे और कौन-कौन इसमें शामिल था।

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