बड़ी खबर : गुजराल नगर में Advocate के घर फायरिंग मामले में पुलिस का एनकाउंटर, एक आरोपी के पैर को छूकर निकली गोली, इतने आरोपी अरेस्ट
जालंधर के इस Advocate ने रिटायर्ड जज, पूर्व तहसीलदार और एनआरआई पर लगाया था आरोप; पुलिस ने दर्ज किया था केस
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। गुजराल नगर में रविवार देर रात Advocate के घर के गेट पर गोलियां चलाने वाले आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार देर रात एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस जब उनको गिरफ्तार कर रही थी तो उन्होंने पुलिस पर गोलियां चलाई। हालांकि इस बात की पुष्टि तो किसी ने भी नहीं की लेकिन दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने 2 शार्प शूटरों सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
वकील के घरके बाहर गोली चलाने वाली घटना के बाद सामने आया था कि एक आरोपी ने गोलियां चलाई थी तो दूसरे ने वीडियो बनाई थी। दोनों को गोली चलाने के लिए फिरौती मिली थी। कितनी मिली थी यह पुलिस पता लगाने में जुटी हुई है। वीडियो इस लिए बनाई गई थी कि जिसने गोली चलाने के लिए फिरौती दी है, उसको सबूत को तौर पर वो वीडियो भेजी जा सके।दोनों गिरफ्तार आरोपितों की पहचान पवन और ध्रुव बाहरी के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाला था
पुलिस को कैमरों से इनपुट मिला था कि दोनों आरोपित वकील के घर गोली चलाने के बाद बस्ती बावा खेल लैदर काम्प्लेक्स के एरिया में छुपे हुए थे, जिसकी भनक पुलिस को लग गई। पुलिस आरोपितों को पकड़ने के लिए गई तो दोनों ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोली चलाई। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों के पैर में गोली लगी और उनको सिविल अस्पताल के कैदी वार्ड में दाखिल करवाया गया है। उधर, केस में नामजद रिटायर्ड सेशन जज किशोर कुमार, रिटायर्ड तहसीलदार मनोहर लाल, एनआरआई बलराज पाल सिंह दोसांझ उनके बेटे लतिंदर सिंह, निशवात सिंह और मनी ढिल्लों की गिरफ्तारी के लिए तलाश में जुटी हुई है।
Advocate को वीडियो भेज कर दी थी धमकी
आरोपी वकील के घर पर गोलियां चलाकर फरार हो गए थे और गोलियां चलाने से पहले युवकों ने वीडियो बनाई थी, जिसे दोबारा वकील को भेज धमकी दी गई थी। वकील गुरमोहन के बयानों में बताया था कि कनाडा में रहते उनके दोस्त अमरप्रीत सिंह औलख का पिछले काफी समय से बलराजपाल दोसांझ उसके बेटे लतिदर सिंह उर्फ समय से बलराजपाल दोसांझ उसके बेटे लतिदर सिंह उर्फ डेनी, निशवंत उर्फ निशी के साथ प्रापर्टी विवाद चल रहा था। वह उक्त केस की पैरवी पिछले तीन महीनों से कर रहे था। उसे 19 अगस्त को व्हाट्सऐप पर विदेशी नंबर से धमकी काल आई और काल करने वाले कहा कि वह उक्त केस की पैरवी न करे, वरना नतीजा भुगतना पड़ेगा। उसी दौरान अमरप्रीत सिंह औलख ने लीगल नोटिस अपने वकील द्वारा राजेश वर्मा को भेज प्रापर्टी विवाद के बारे में बताया कि रजिस्ट्री न कराए, जिसके बाद उसे राजेश वर्मा की तरफ से काल आई थी। उसने बताया कि वह प्रापर्टी रिटायर्ड जज किशोर कुमार और उसके भाई रिटायर्ड तहसीलदार मनोहर लाल ने ली है, उसके बाद उसे पता चला कि धमकी की काल करवाने में बलराज पाल सिंह दोसांझ, लतिंदर सिंह, निशवात सिंह किशोर कुमार और मनोहर लाल का हाथ है, जिसके बाद थाना चार की पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी।
पुलिस के हाथ लगे मोबाइल फोन जब्त, दो दिन में आए फोन काल से घटना के पीछे बैठे आरोपियों का मिलेगा सुराग
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों युवकों के मोबाइल भी पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। उनको फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि पता लगाया जा सके कि गोलियां चलाने की घटना के दो तीन दिन पहले तक किस किस ने उनकी बात हुई थी और वो किस लिए फोन कर रहे थे। इससे पता चलेगा कि आरोपितों को गोली चलाने के लिए किसने कहा थाएक की टांग से आर पार हुई गोली, दूसरे की टांग में आधी गोली खुद निकाल कर पुलिस को दी पुलिस पर गोली चलाने वाले आरोपितों में से एक की टांग के आर पार गोली हो गई। वहीं दूसरे की टांग में गोली लगी लेकिन आधी बाहर रही जो उसकी जींस से नजर आ रही थी। पुलिस जब दोनों को अस्पताल में लेकर आई तो जींस पहने युवक ने जींस से गोली निकाल कर पुलिस को दे दी।