बड़ी खबर : नशा तस्करी में शामिल Punjab के इस ड्रग इंस्पेक्टर को ANTF ने मोहाली से दबोचा, बिना बताए जाता था विदेश… अफसरों की मिलीभगत पंजाब में खत्म नहीं होने देंगी नशा!
Punjab व अन्य जेलों में बंद तस्करों से संबंध, करोड़ों की प्रॉपर्टी मिली, 24 खातों से 7 करोड़ से अधिक की नगदी फ्रीज की
पंजाब हॉटमेल, चंडीगढ़/मोहाली। करोड़ों के नशे के रैकेट में शामिल ड्रग इंस्पेक्टर शीशन मित्तल को Punjab पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने उसे मोहाली से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी में जेलों में बंद गैंगस्टरों के सीधे संपर्क में था। ड्रग इंस्पेक्टर बाहर उनके ड्रग नेटवर्क को मदद पहुंचाता था।
वह अवैध दवाइयों, मेडिकल स्टोर से जुड़े ड्रग तस्करी के कामों में मदद कर रहा था। DGP Punjab गौरव यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इस संबंधी पोस्ट डालकर जानकारी दी है। जांच में सामने आया है कि आरोपी ड्रग इंस्पेक्टर सरकार से अनुमति लिए बिना लगातार विदेश आता जाता रहता था। इसके लिए उसने कभी एक्स इंडिया लीव तक नहीं ली थी। वहीं, वह जेल में बंद नशा तस्करों के वह संपर्क में रहता था। साथ ही बाहर उनके ड्रग नेटवर्क को मदद पहुंचाता था। अब उसके विदेश दौरों के बारे में पुलिस पड़ताल कर रही है।
ANFT को 24 बैंक खातों में 7.09 करोड़ मिले
रैकेट की जांच में ANTF ने आरोपी के 24 बैंक खातों की पहचान कर उनमें से 7.09 करोड़ रुपए बरामद किए हैं। सभी बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया है। इसके अलावा, दो बैंक लॉकर भी जब्त किए गए। उसे ANTF ने 1.49 करोड़ नकद, 260 ग्राम सोना और विदेशी मुद्रा बरामद की।
पंजाब के इन शहरों में ड्रग इंस्पेक्टर ने बनाई है संपत्ति, एक महीने पहले पुलिस की थी रेड
ANTF की जांच में पता चला है कि आरोपी ड्रग इंस्पेक्टर ने अवैध तरीके से काफी संपत्ति बनाई है। उसने जीरकपुर और डबवाली में 2.40 करोड़ मूल्य की अचल संपत्ति बनाई है। इसके अलावा पुलिस की टीमें अब उसके अन्य सहयोगियों की पहचान करने में जुटी हुई है। शीशन मित्तल करीब एक महीने पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था।
पुलिस की तरफ से एक महीना पहले स्पेशल ऑपरेशन चलाया गया था। इस दौरान पुलिस की तरफ से बठिंडा, मोहाली, गिदड़बाहा, जीरकपुर ओर फतेहबाद समेत कई जगह दबिश दी गई थी। इसके बाद बैंक खातों व अन्य चीजों की जांच की गई थी। हालांकि वह पकड़ में नहीं आया था। जिस समय उस पर केस दर्ज हुआ था वह फाजिल्का में तैनात था।