Child’s in Danger: नशे में धुत ड्राइवर स्कूल बस दौड़ाकर स्टेयरिंग पर सोया… शुक्र है! बच्चों की जान बची
जालंधर के इस इलाके की घटना: Child’s चिल्लाए-बचाओ, सड़क से उतर खुद रुकी बस, ग्रामीणों ने बुलाई पुलिस
बस कब्जे में ली, चालक हिरासत में ले मेडिकल कराया, पुलिस का दावा- नशे में लग रहा था ड्राइवर, जांच के बाद दर्ज की जाएगी एफआईआर
जालंधर। जालंधर देहात के कस्बा फिल्लौर में Child’s की जान बच गई नहीं तो ड्राइवर ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। फिल्लौर के गांव चक्क देसराज की अकाल अकेडमी की स्कूल बस चालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस के मुताबिक शराब पीकर ड्राइवर सोमा बच्चों को स्कूल के लिए गांव ढल्लेवाल में लेने पहुंच गया। छठीं से 12वीं तक के करीब 10-12 बच्चे बस में बैठ भी गए। वहां से गांव कुतबेवाल और शाहपुर से भी बच्चों को लेने के बाद गांव तेहिंग जा रहा था, तभी ड्राइवर ने रफ्तार बढ़ा दी और बस बेकाबू हो गई तो बच्चे बचाओ-बचाओ कहकर चिल्लाने लगे। इसी दौरान एक ऑटो से बस टकराते-टकराते बची। नशे में धुत ड्राइवर की स्थिति ऐसी थी कि उससे बस संभाली नहीं जा रही थी। जब बच्चों ने स्पीड कम करने के लिए कहा तो वह बच्चों को ही डांटने लगा। अंततः बस सड़क से नीचे उतर कर रुक गई और ड्राइवर स्टीयरिंग पर ही सो गया।
मौके पर गांव निवासी इकट्ठा हो गए और पीछे आ रहा ऑटो चालक भी वहां पहुंच गया। बच्चों और गांववासी अमरीक सिंह, बलजीत सिंह और बलदेव सिंह ने बताया कि बस का ड्राइवर ऑटो में भी बस मारने लगा था और बच्चों की जिंदगी खतरे में डाल दी। बड़ा हादसा टल गया। शुक्र है कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं। गांव वालों ने तुरंत फिल्लौर पुलिस को सूचित किया, जिस पर एएसआई विजय कुमार ने मौके पर पहुंच बस को कब्जे में लेकर शराबी ड्राइवर का मेडिकल कराया। एएसआई के मुताबिक ड्राइवर नशे में था। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही बनती कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, देर रात तक केस दर्ज नहीं किया गया था। इस संबंध में स्कूल की प्रिंसिपल हेमलता ने फोन पर कहा कि वह खुद अस्पताल में अपना चैकअप करवाने आई हैं। बाद में डिटेल जानकारी देंगी। बाद में उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।