भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस: इतनी मांगी थी रिश्वत, ATP वशिष्ठ को कोर्ट ने रिमांड पर भेजा
शहर में बिल्डिंगों पर कार्रवाई में सिर्फ एक ही नाम की होती थी चर्चा, विजिलेंस के पास लोगों की शिकायतों का लग गया अंबार… अब ये हैं रडार पर
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा अपनाई गई भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई करते हुए नगर निगम, जालंधर के सहायक नगर योजनाकार (एटीपी) सुखदेव वशिष्ठ को 30,000 रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। वीरवार को एटीपी को कोर्ट में पेश किया जहां से दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

विजिलेंस ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिम को काम करवाने वाले लोगों से प्राप्त शिकायतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उक्त मुलजिम जानबूझकर अर्जियों को मंजूरियां देने में देरी करके लोगों से पैसे वसूल रहा था।
उन्होंने बताया कि जालंधर क्षेत्र में इमारतों के 70 फीसदी नक्शे नगर निगम द्वारा पहले ही मंजूर किए जा चुके हैं, लेकिन उक्त सहायक नगर योजनाकार सुखदेव वशिष्ठ ने रिश्वत न मिलने तक कुछ अर्जियों पर विचार करने से इनकार कर दिया था।
शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त एटीपी ने एक मामले को मंजूरी देने की प्रक्रिया के लिए उस व्यक्ति से 30,000 रुपये रिश्वत मांगी है। शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त मुलजिम आवेदकों को डराने के लिए निरीक्षण के दौरान इमारतों को सील करने आदि की धमकियां भी देता है और अक्सर कहता है कि उसे अपने तबादले की भी परवाह नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने उक्त मुलजिम के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में मुलजिम की भूमिका के बारे में और पता लगाने के लिए इस मामले की बारीकी से जांच की जा रही है।