UPSC का बड़ा फैसला: अब प्रारंभिक परीक्षा के तुरंत बाद जारी होगी उत्तर कुंजी, आपत्ति दर्ज करने को लेकर ये नियम… पढ़ें
पंजाब हॉटमेल, नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने अपनी परीक्षा प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव करते हुए पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।

आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि अब से सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (CSE Prelims) की उत्तर कुंजी परीक्षा के तुरंत बाद जारी की जाएगी। साथ ही, उम्मीदवारों को उस पर आपत्ति दर्ज करने का अवसर भी मिलेगा।
पहले क्या थी प्रक्रिया
अब तक यूपीएससी केवल पूरी परीक्षा प्रक्रिया- यानी मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू सहित अंतिम परिणाम घोषित होने के बाद ही उत्तर कुंजी, कट-ऑफ और अंकों की जानकारी जारी करता था। इस पुराने सिस्टम के कारण वे अभ्यर्थी जो प्रारंभिक परीक्षा में असफल होते थे, अपने प्रदर्शन का विश्लेषण नहीं कर पाते थे।
कोर्ट में यूपीएससी का पक्ष
आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा कि यह निर्णय पारदर्शिता और अभ्यर्थी हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। यूपीएससी ने बताया कि अब प्रोविजनल आंसर की जारी की जाएगी और उम्मीदवारों से आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी।
आपत्ति के लिए तीन प्रमाण जरूरी
हलफनामे के अनुसार, हर आपत्ति के साथ उम्मीदवार को कम से कम तीन प्रामाणिक स्रोतों का हवाला देना अनिवार्य होगा। इन आपत्तियों की जांच विषय विशेषज्ञों की समिति करेगी और उसी आधार पर अंतिम उत्तर कुंजी तैयार की जाएगी, जिसके अनुसार परिणाम घोषित होंगे।
आयोग यह भी सुनिश्चित करेगा कि अभ्यर्थियों द्वारा दिए गए स्रोत प्रामाणिक और सटीक हों। यूपीएससी ने कहा है कि यह नई प्रक्रिया जल्द ही लागू की जाएगी।
अभ्यर्थियों को मिलेगी बड़ी राहत
गौरतलब है कि यूपीएससी की पूरी परीक्षा प्रक्रिया लगभग एक वर्ष तक चलती है। ऐसे में कई उम्मीदवारों को अपने अंकों और मूल्यांकन की जानकारी देर से मिलती थी।
आयोग के इस नए फैसले से लाखों अभ्यर्थियों को अपने प्रदर्शन को तुरंत समझने और सुधारने का अवसर मिलेगा।