PUNJAB में जली पराली का मुद्दा राज्यसभा में गूंजा, सांसद डॉ संदीप पाठक ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
बोले- देश का कोई भी किसान ख़ुशी से पराली नहीं जलाता, PUNJAB सरकार किसानों को पराली के लिए 1000 रु प्रति एकड़ दे रही, अगर केंद्र 1500 दे तो जल्दी समाधान हो सकेगा
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने MSP बराबर करने और पराली ना जलाने को लेकर 1500 रूपये सहायता राशि पर कोई जवाब नहीं दिया , पाठक बोले- हम संतुष्ट नहीं
चंडीगढ़/नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के Punjab से राज्यसभा सांसद डॉ संदीप पाठक ने वीरवार को संसद में पराली का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार से इसके समाधान के लिए पंजाब सरकार का सहयोग करने की अपील की। राज्यसभा को संबोधित करते हुए डॉ पाठक ने कहा कि पराली जलाने के लिए हम अक्सर किसानों को दोषी ठहराते हैं, जबकि कोई किसान शौक से नहीं बल्कि मजबूरी में पराली जलाता है। इसके लिए स्पष्ट तौर पर सरकारें जिम्मेवार है।
उन्होंने कहा कि पराली जलाने से रोकने का सबसे बड़ा समाधान यह है कि सरकार किसानों को उचित आर्थिक मदद दे। पंजाब सरकार ने राज्य के किसानों को पराली के लिए 1000 रुपए प्रति एकड़ देने का प्रस्ताव दिया है और केंद्र से इसके लिए 1500 रु प्रति एकड़ देने की अपील की है। अगर केंद्र पंजाब सरकार की बात मान ले तो किसानों को 2500 रू प्रति एकड़ मिल सकेगा और इस समस्या का जल्दी समाधान हो सकेगा।
पराली समस्या का दूसरा और स्थाई समाधान है फसल विविधीकरण। उन्होंने कहा कि अन्य खरीफ फसलों का धान के मुकाबले एमएसपी बेहद कम है इसलिए किसान धान की खेती करना ही पसंद करते हैं। पंजाब सरकार ने कहा है कि अन्य फसलों और धान के एमएसपी के बीच जो अंतर है उसकी भरपाई राज्य सरकार करेगी। अगर केंद्र सरकार भी एमएसपी बराबर करने की योजना लाए और उसे इसी साल से लागू करे तो इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने पाठक के सवालों का जवाब दिया और पंजाब सरकार के 1500 वाली मांग को खारिज कर दिया। उनके जवाब से संदीप पाठक ने असहमति जताई और कहा कि हम मंत्रीजी के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं।