Hate Politics से पारा हाई: Jalandhar की राजनीति में दुर्योधन और सुदामा-शकुनि की इंट्री; जुबानी जंग में हदें हो रही पार… तीसरे बड़े झटके को Congress रहे तैयार!
राजनीतिक अखाड़े में बोलने से परहेज़ नहीं कर रहे नेता, जितने बड़े नाम उतने अच्छे बोल, चन्नी-
पंजाब/जालंधर। पंजाब कांग्रेस की Politics जालंधर सीट अनाउंस होने के बाद सियासी अखाड़े में बदलते ही नेताओं की बोल बच्चन पर लगाम नहीं लग रही है। अब जालंधर की राजनीति में दुर्योधन और सुदामा-शकुनि की इंट्री हो गई है और आरोप-प्रत्यारोप से कारण कांग्रेस की पॉलिटिक्स में सियासी पारा हाई है।
जालंधर में कांग्रेस VS कांग्रेस चल रही है, पूर्व सांसद संतोष चौधरी की पत्नी के द्वारा भाजपा में जाने से जहां कांग्रेस के उम्मीदवार चन्नी ने विक्रम चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि विक्रम चौधरी दुर्योधन के रूप में पैदा हुए हैं जिन्होंने अपना पूरा परिवार ही बिखेर दिया, तो वहीं चौधरी ने सीएम चन्नी को सुदामा नहीं बल्कि शकुनि बताया है, विक्रम चौधरी ने कहा कि चन्नी ने सीएम बनते ही पंजाब की नईया डूबो दी। उनका चरित्र भी महिलाओं के प्रति ठीक नहीं है। जालंधर के लोग उन्हें हराकर वापिस भेजेंगे। चन्नी ख़ुद को सुदामा बता रहे हैं जबकि वो शकुनि है। सियासी गलियारों में इन बयानों को लोग भी गंभीरता से ले रहे हैं।
तो क्या कांग्रेस छोड़कर शिअद की Politics का हिस्सा बनेंगे केपी!
जालंधर कांग्रेस के तीसरे दिग्गज नेता और पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं। भले ही केपी को पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी का करीबी माना जाता हो लेकिन शिरोमणि अकाली दल उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो 2014 और 2019 में किला बचाने में कामयाब रही कांग्रेस जालंधर से साख भी नहीं बचा पाएगी।