SAD Chief In Action : अकाली दल के बागी 7 प्रमुख नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया, 7 हलका प्रभारियों की छुट्टी, होंगे बड़े बदलाव
पंजाब हॉटमेल, चंडीगढ़/जालंधर। शिरोमणि अकाली दल SAD ने बड़े नेताओं के रवैये पर कड़ा रुख अपनाया है। चंडीगढ़ में अनुशासन समिति की एक आपात बैठक चेयरमैन बलविंदर सिंह भूंदड़ के नेतृत्व में हुई, इसमें समिति के सदस्य मो. महेश इंदर सिंह ग्रेवाल और एस. गुलजार सिंह राणीके (टेलीफोन के माध्यम से) शामिल हुए। बैठक में पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा पिछले काफी समय से एक साजिश के तहत किये जा रहे पार्टी विरोधी कार्यों को गंभीरता से लेते हुए पार्टी के निम्नलिखित
नेताओं ने पूर्व गुरप्रताप सिंह वडाला, पूर्व बीबी जागीर कौर, पूर्व सांसद प्रो प्रेम सिंह चंदूमाजरा, परमिंदर सिंह ढींढसा, सिकंदर सिंह मलूका, सुरजीत सिंह रखड़ा, सुरिंदर सिंह ठेकेदार और चरणजीत सिंह बराड़ को पार्टी की मूल सदस्यता से बर्खास्त कर दिया गया। अनुशासन समिति ने लंबी चर्चा के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि उपरोक्त नेताओं द्वारा पार्टी की छवि खराब करने की कार्रवाई जरूरी है।
SAD के बागी नेताओं को पार्टी फोरम पर बोलने के लिए किया था आमंत्रित
अनुशासन समिति के सदस्यों का मानना है कि 26 जून 2024 को हुई पार्टी की कार्य समिति की बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर उपरोक्त सभी नेताओं से ईमानदारी से अपील की गयी कि वे जो भी कहना चाहते हैं, पार्टी फोरम में आकर कहें।
अगर वे पार्टी मीटिंग में बोलने के बजाय मीडिया में जाकर पार्टी को कमजोर करने के लिए गलत प्रचार करेंगे तो यह समझा जाएगा कि उन्हें पार्टी संगठन पर कोई भरोसा नहीं है। लेकिन इन नेताओं ने संयम बरतने की बजाय योजनाबद्ध तरीके से उल्टा पार्टी के खिलाफ खुलेआम झूठा प्रचार करना शुरू कर दिया। ऐसी अराजकता किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
जालंधर से विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी को लेकर जमकर मचा था घमासान
बैठक के बाद अनुशासन समिति के अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि अनुशासन समिति लंबी चर्चा के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि उपरोक्त सभी नेताओं का एकमात्र उद्देश्य पार्टी के दुश्मनों का साथ करना और शिरोमणि अकाली दल को कमजोर करना है। पार्टी अब इन हरकतों को बर्दाश्त नहीं कर सकती।
इसलिए अनुशासन समिति ने सर्वसम्मति से उपरोक्त सभी नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त करने का निर्णय लिया। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में भी यदि कोई नेता पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि जालंधर वेस्ट विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी को लेकर जमकर घमासान मचा था। बागी गुट ने सुरजीत कौर और अकाली दल ने बसपा प्रत्याशी के समर्थन की घोषणा की थी।
इन सात विधानसभा प्रभारियों पर भी गिरी गाज, जल्द नए नामों का होगा ऐलान
एस भूंदड़ ने आगे बताया कि उपरोक्त के अलावा, 7 विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र प्रभारियों को भी तत्काल प्रभाव से निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी के पद से हटाया जा रहा है। स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं के परामर्श से जल्द ही इन निर्वाचन क्षेत्रों में नए निर्वाचन क्षेत्र प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी। इन 7 विधानसभा क्षेत्रों में नकोदर, भुलत्थ, घनौर, सनूर, राजपुरा, समाना और गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्रों के नाम शामिल हैं।