Punjab Politics New : सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद सरकार Municipal elections को तैयार हुई, 2 साल से लोकतंत्र की हत्या हो रही थी: आलोक शर्मा
Punjab में कानून व्यवस्था अस्त व्यस्त, सुखबीर बादल पर हमला निंदनीय, पंजाब में डमी मुख्यमंत्री बैठाकर संसाधन और प्रशासन केजरीवाल दिल्ली से चला रहे: रविंदर दलवी
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। (Punjab Politics News) : Punjab में municipal election की तैयारी को लेकर जालंधर पहुंचे ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव रविंदर दलवी और आलोक शर्मा ने पंजाब की आप सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2 साल हो गए, पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान ने पंजाब में निकाय चुनाव नहीं होने दिए। अब जाकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की फटकार के बाद चुनाव कराने पर राजी हुए हैं। इन दो सालों में प्रशासनिक बॉडी के जरिए लाखों करोड़ों रुपए जो राजस्व से आया उसका उपयोग कहां हुआ कुछ नहीं पता। पिछले जो प्रोजेक्ट कांग्रेस कार्यकाल के दौरान शुरू हुए थे वह अब तक अधूरे ही पड़े हैं।
Punjab में जेलों और विदेशों में बैठे गैंगस्टर धमकाकर मांग रहे फिरौती
उन्होंने कहा कि पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर बुरी तरह से बिगड़ा हुआ है, लोगों को धमकाकर पैसे मांगने की वारदातें बढ़ती जा रही है। इसके लिए भगवंत मान सरकार जिम्मेदार है। अकाली नेता सुखवीर बादल पर हुए हमले में पंजाब पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है। कानून व्यवस्था बिगड़ने के चलते व्यापारी वर्ग भी परेशान है, जिनका व्यापार चल रहा है उन्हें जेलों में बंद और विदेश में बैठे गैंगस्टर फिरौती के लिए धमकाते हैं। कोई अपने आप को सुरक्षित नहीं समझ रहा। प्रदेश में नशा और भी बढ़ गया है जिसकी सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसान परेशान हो रहे हैं धान की लिफ्टिंग नहीं हो रही है। पंजाब में डमी मुख्यमंत्री बैठा कर यहां के संसाधन और प्रशासन पर अरविंद केजरीवाल का शासन है, जो लोग नशा और वीआईपी कल्चर खत्म करने की बात करते थे उसे और भी बढ़ावा दिया है।
दिल्ली के साथ पंजाब के लोगों को भी धोखा दिया, झूठ बोलने में माहिर कजरीवाल
प्रचार और झूठ बोलने का माध्यम अरविंद केजरीवाल का बहुत तगड़ा है दिल्ली के साथ पंजाब के लोगों को भी धोखा दिया है। संसाधनों के उपयोग की बात करने वाले अब हिसाब ही नहीं देते। करोड़ों रुपए का राजस्व कहां से आएगा यह तो बताया था लेकिन आया कि नहीं यह आज तक नहीं बताया। जालंधर शहर में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं शहर की फेफड़े फूलने लगे हैं और यहां का लोकल बॉडी डिपार्टमेंट करोड़ों रुपए का राजस्व आने के बाद भी सिर्फ घपले करता रहा विकास नहीं करवा पाए। शहर आवारा कुत्तों से त्रस्त है। आम आदमी पार्टी लोगों को भ्रम में रखने और लोकतांत्रिक अधिकारों को ताक पर रखकर 2 साल तक चुनाव नहीं करवाए बल्कि कमिश्नर के बल पर करोड़ों रुपए हजम कर गए। कांग्रेस के कार्यकाल में शुरू हुए कई प्रोजेक्ट पूरे ही नहीं हो पाए। कुछ स्मार्ट सिटी से जुड़े थे और कुछ सरकार ने पूरे करने थे लेकिन भगवत मान सरकार ने कोई काम नहीं किया।
जालंधर के सभी 85 वार्डों में अकेले चुनाव लड़ेंगी कांग्रेस, कोई गठबंधन नहीं होगा
नगर निगम चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की फटकार के बाद ही सरकार चुनाव करने को लेकर राजी हुई है। कांग्रेस पार्टी चुनाव की तारीख के ऐलान के लिए लगातार मांग कर रही है और लेकिन सरकार अभी भी चुप है। कांग्रेस पार्टी लोगों के हितों के साथ खड़ी है और पंजाब-केंद्र सरकार किसानों के साथ आम जनता के साथ किस तरह का व्यवहार कर रही है इससे भी जागरूक करवा रहे हैं। अब चुनाव आने वाले हैं तो कुछ लोग कटेंगे-बटेंगे की बात करेंगे, कुछ खुद को पंजाब का बेटा बताएंगे और नशा खत्म करने की बात करेंगे। जालंधर नगर निगम के सभी 85 वार्डों में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी और तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। वहीं किसानों के सवाल पर विधायक परगट सिंह ने कहा कि अगर भाजपा का बस चले तो सभी पर खालिस्तान का टैग लगाकर जेल में डाल दें। कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और किसी तरह की धक्के शाही नहीं होने देंगे। आम आदमी पार्टी से गठबंधन कुछ राज्यों में इंडिया ब्लॉक की रणनीति का हिस्सा था लेकिन पंजाब में ऐसा नहीं होने दिया। वहीं जहां जहां विधानसभा चुनाव हुए आम आदमी पार्टी में बीजेपी की भी टीम का काम किया है। मनमोहन सिंह