Punjab News : “आप्रेशन ब्लू स्टार” की 40वीं बरसी: हरमंदिर साहिब परिसर में शंतिमय ढंग से संपन्न, परिसर के अंदर खालिस्तान और संत भिंडरावाले के पोस्टर लहराए
पंजाब हॉटमेल, अमृतसर/जालंधर। आप्रेशन ब्लू स्टार की 40वीं बरसी पर श्री हरिमंदिर साहिब ( Punjab ) परिसर में गुरुवार को शांतिमय ढंग से संपन्न हो गई। इस दौरान सुबह अखंड पाठ साहिब की भोग डालने के बाद इलाही बाणी का कीर्तन किया गया। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सिख कौम के नाम अकाल तख्त साहिब से संदेश जारी किया।
अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार व एसजीपीसी के अध्यक्ष की ओर से अप्रेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को सम्मानित किया गया। इस दौराण सरबत खालसा की ओर से नियुक्त किए गए अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने भी सिख कौम के नाम संदेश पढ़ा। अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने भी सिख पंथ के नाम श्री अकाल तख्त साहिब के पास से ही संदेश जारी किया।
जब जत्थेदार मंड और मान अपने अपने संदेश पढ़ रहे थे तो एसजीपीसी की ओर से हरिमंदिर साहिब में चल रहे कीर्तन की आवाज के स्पीकर का वाल्यूम बढ़ा दिया जिस के चलते मान और मंड की ओर से जारी किए संदेश को लोग सुन नहीं पाए।
हर वर्ष की तरह इस बार भी श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होने आए श्रद्धालुओं की ओर से खालिस्तान और भिंडरावाला के पोस्टर लहराए गए।
इस दौरान चाहे परिसर के अंदर खालिस्तान के नारे नहीं लगे। परंतु हरिमंदिर साहिब परिसर के बाहर खालिस्तान के नारे जरूर कुछ संठगठनों के वर्करों की ओर से लगाए गए।
इस दौरान दल खालसा, यूनाईटड सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन, सिख यूथ फंडरेशन भिंडरावाला, अकाली दल मान,निहंग जत्थेबंदियों, दमदमी टक्साल, आदि संगठनों के कार्यकर्ता बढ़ी संख्या में शामिल हूए। अमृतसर बंद के 6 जून के आह्वान के चलते दल खालसा के कार्यकर्ताओं ने एक मार्च भी निकाला।
जिस के चलते हरिमंदिर साहिब के आसपास के इलाकों में लोगों ने अपने कारोबार पूर्ण रूप में बंद रखे। शहर में बाद दोपहर तक बंद का पूर्ण असर दिखाई दिया।
इस दौरान एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भी घल्लूघारे के अवसर पर शहीदीं को श्रद्धासुमन भेंट करते हुए वर्ष 1984 की घटनाओं को हर सिख को याद रख अपने भविष्य की रणनीति तय करने का आह्वान किया गया।
बरसी कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए हरिमंदिर साहिब परिसर के अंदर और बाहर बढ़ी संख्या में सिविल व वर्दी में पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए थे। हरिमंदिर साहिब को आने जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी के साथ साथ भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था।