Political Analysis : सीट अनाउंस से पहले Jalandhar के दिग्गज Congress लीडरों में बढ़ने लगी रार… आम चुनाव में एक साथ नहीं उतरे तो कैसे लगेगी नैया पार… पढ़े कौन कितना मजबूत
Jalandhar लोकसभा सीट पर 4 प्रमुख दावेदार: चौधरी परिवार-पूर्व-CM चन्नी आमने-सामने, KP को मिल सकता है फायदा; राजिंदर सिंह भी रैली कर दिखा चुके दम
जालंधर/पंजाब। सियासी सरगर्मियां लगातार बढ़ रहीं हैं इसी कारण कांग्रेस हाईकमान ने Jalandhar लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। पंजाब का जालंधर क्षेत्र, जोकि Congress के गढ़ के रूप में जाना जाता रहा है। मगर अब इस सीट को लेकर कांग्रेस में ही घमासान मचा हुआ है। क्योंकि कांग्रेस पार्टी से जालंधर लोकसभा सीट पर चार Candidates अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। जिसमें पंजाब के पूर्व सीएम रहे चरणजीत सिंह चन्नी की दावेदारी सबसे पुख्ता मानी जा रही है। वहीं दूसरे नंबर पर चौधरी परिवार है जालंधर से सांसद रहे स्व. संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी उपचुनाव लड़ चुकी हैं। पूर्व एमपी महेंद्र सिंह केपी और पंजाब पुलिस के रिटायर्ड SSP रजिंदर सिंह भी करतारपुर रैली के जरिए दावेदारी पेश कर चुके हैं।
दो गुटों में बंट गई जालंधर कांग्रेस, चन्नी का समर्थन और विरोध शुरू
राजनीति गलियारों में सबसे ज्यादा चर्चा चौधरी परिवार और चन्नी के नाम की है। ये चर्चा इस हद तक बढ़ गई है कि जालंधर में कांग्रेस पार्टी ही दो हिस्सों में नजर आ रही है। पूर्व सीएम रहे चन्नी द्वारा साडा चन्नी जालंधर का केक काटते हुए राजनीति काफी गर्मा दी है। साथ ही इस पर चौधरी परिवार ने कड़ा ऐतराज जताया था। कर्मजीत कौर चौधरी के विधायक बेटे ने यहां तक कह दिया है कि जालंधर में नेताओं की कमी नहीं, बाहर से आए नेताओं की कोई जरूरत नहीं।
किसकी दावेदारी क्यों मजबूत और क्या हैं मायने, आइये जाने….
1. जालंधर लोकसभा सीट पर पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की दावेदारी सबसे पुख्ता है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस की पहली पसंद चन्नी हैं जिन्हें जालंधर से मैदान में उतारेगी। क्योंकि चन्नी पिछले काफी समय से जालंधर सीट को लेकर लॉबिंग कर रहे थे। चन्नी ने जालंधर में कोई ऐसा डेरा नहीं छोड़ा, जहां वह नहीं गए हों। एससी वोटरों पर काफी पकड़ के साथ ही चन्नी का रवैया जालंधर के लोगों को काफी पसंद आया है। जानकार बताते हैं कि चन्नी की टिकट लगभग जालंधर से तय मानी जा रही है। साथ ही बीते उप-चुनाव में स्व. पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत चौधरी की हार के चलते भी कांग्रेस जालंधर से स्ट्रॉन्ग नेता खड़ा करना चाहती है। इन सभी पैरामीटर्स पर चन्नी फिट आते हैं।
2. पुख्ता दावेदारी में दूसरा नाम पूर्व सांसद स्व. संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी की है जिन्होंने उपचुनाव के साथ राजनीति में कदम रखा। क्योंकि संतोख सिंह चौधरी का निधन राहुल गांधी द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हुआ था। जिसके बाद राहुल गांधी ने उनके घर पर पहुंच कर अफसोस व्यक्त किया था।साथ ही संतोख सिंह चौधरी जालंधर से दो बार सांसद रहे हैं और जालंधर में चौधरी परिवार अपनी काफी पैठ रखता है। साथ ही चौधरी के बेटे बिक्रमजीत चौधरी जालंधर के फिल्लौर हलके से विधायक भी हैं। वहीं, चौधरी परिवार के पास एससी वोट बैंक का भी समर्थन है।
3. पूर्व मुख्यमंत्री और चौधरी परिवार के बीच बढ़ती रार ने तीसरा दावेदार खड़ा कर दिया जिसमें कांग्रेस के पूर्व सांसद रहे महेंद्र सिंह केपी भी चर्चाओं में हैं। KP जालंधर और होशियारपुर से सांसद रह चुके हैं। साथ ही कांग्रेस में एक अच्छे कद वाले नेता हैं। हालांकि, बीते चुनावों के बाद से केपी कांग्रेस से साइडलाइन चल रहे थे। मगर अब कांग्रेस पार्टी सभी नेताओं को एक साथ लाना चाहती है।साथ ही चौधरी परिवार और चन्नी के बीच चल रहे विवाद के बीच पार्टी तीसरे विकल्प के तौर पर केपी को उम्मीदवार घोषित कर सकती है। केपी भी एससी वोट बैंक पर अच्छी पकड़ रखते हैं और जालंधर की नब्ज जानते हैं। उनके पक्ष में यह अहम रह सकता है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के करीबी रिश्तेदार हैं और अगर चन्नी ने जालंधर से चुनाव न लड़ना हुआ तो वह केपी को टिकट के लिए जोर लगाएंगे।
4. जालंधर लोकसभा सीट पर चौथी दावेदारी पंजाब पुलिस के पूर्व एसएसपी रहे राजिंदर सिंह की मानी जा रही है। जोकि कुछ समय पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं। आलाकमान को खुश करने के लिए बीते दिन करतारपुर में राजिंदर सिंह द्वारा रौली का आयोजन किया गया था। जालंधर में राजिंदर सिंह काफी समय तैनात रहे हैं, तो उन्हें पूरे जिले की नब्ज पता है। इसलिए टिकट की दौड़ में राजिंदर का भी नाम शामिल है।