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Police Enquiry of American Returns Family: एजेंटों का नाम नहीं बता रहे पीड़ित… लाखों रुपए वापस मिलने का प्रलोभन, दूसरों को पड़ेगा भारी!

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अमेरिका से डिपोर्ट जालंधर-होशियारपुर के 5 युवकों का खुलासा, डंकी रूट के जरिए भेजने में भारतीय एजेंटों का हाथ नहीं; अब पुलिस अपने तरीके से कर रही जांच

पंजाब हॉटमेल, चंडीगढ़/जालंधर। Police Enquiry of American Returns Family) लाखों रुपए वापस मिलने के दिलासों में उलझे अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवक Police से दूरी बनाए हुए हैं। 31 पंजाबियों के डिपोर्ट मामले में Punjab Police एक्शन में है लेकिन कुछ ऐसे मामले भी सामने आए जिसमें भारत लौटे भारतीय कार्रवाई ही नहीं करवाना चाहते हैं।

कुछ युवकों ने पूछताछ में कहा है कि वह दुबई तक किसी भी एजेंट के जरिए नहीं गए। दुबई के ही एजेंट ने उन्हें आगे अमेरिका भेजा था। इससे साफ है या तो उन्हें पैसा वापस लौटाने का झांसा दिया है या युवक परिवार को इस पूछताछ में फंसने से बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

ये हैं जालंधर और होशियारपुर के 5 युवकों के बयान

जालंधर हेडक्वार्टर में Police ने जालंधर और होशियारपुर के पांच युवकों से पूछताछ के लिए बुलाया तो उन्होंने चौंकाने वाले बयान दर्ज करवाए। पूछताछ में पांचों युवकों ने कहा कि दुबई तक खुद वीजा अप्लाई कर गए थे। आगे दुबई से उन्हें अमेरिका डंकी रूट के जरिए भेजा गया। युवकों में रकिंदर सिंह के अलावा कैंट में रहने वाले पलवीर सिंह, फिल्लौर के लांडरां गांव के दविंदरजीत सिंह, एक युवक शाहकोट और एक युवक होशियारपुर को बुलाया था।

पैसे मिलने का प्रलोभन दिया… अगर मिल गए होते तो!

युवकों ने Police को जो कहानी सुनाई उसके बाद अधिकिरी अंदाजा लगा रहे हैं कि अमेरिका भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों ने परिवारों को पैसे वापस देने का लालच देकर चुप करवा दिया है। मगर पुलिस बयान दर्ज होने के बाद भी अपने स्तर पर जांच कर रही है। जिससे इसकी जड़ कर पहुंचा जा सके। जिन ट्रैवल एजेंटों ने इन युवकों को डंकी रूट से अमेरिका भिजवाया था, वे अब इन्हें लिए गए रुपए लौटाने का लोभ दे रहे हैं। साथ ही पुलिस मान कर चल रही है कि अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवक नहीं चाहते कि पुलिस का केस में कोई दखल रहे। जिसके चलते युवक अपने बयान ऐसे दे रहे हैं।

सीनियर अधिकारियों ने सुना लोगों का पक्ष

पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने डिपोर्ट किए गए लोगों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं थी। विभिन्न जिलों और कमिश्नरेटों के पुलिस आयुक्त व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसआईटी के साथ मिलकर काम कर रहे है। ताकि इन धोखेबाज अपराधियों को कानून के कटघरे में लाया जा सके।

डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने धोखाधड़ी करने वाले इमिग्रेशन नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने और ट्रैवल एजेंटों द्वारा पंजाब के युवाओं के शोषण को खत्म करने के लिए पंजाब पुलिस की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।

एसआईटी अवैध मानव तस्करी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जवाबदेही तय करने और कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।पंजाब में डिर्पोटेशन के मामले में गर्माई हुई है राजनीतिअमेरिका से डिपोर्ट किए गए पंजाब के लोगों के मामले में राजनीति भी गर्मा गई है।

आम आदमी पार्टी कांग्रेस इस इस मामले को केंद्र की भाजपा सरकार को घेर रही है। वहीं, कांग्रेस इस मामले को लेकर प्रदर्शन कर रही है। चंडीगढ़ के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी का उनका कहना है कि देश के विदेश मंत्री ने जिस तरह से राज्यसभा और लोकसभा में बयान दिया है।

उससे यह साफ नहीं हो रहा है कि वह भारत के विदेश मंत्री हैं या ट्रंप सरकार के प्रवक्ता। जिस तरह से भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर लाया गया है, उससे ऐसा लग रहा है जैसे भारत की आजादी के समय अंग्रेज स्वतंत्रता सेनानियों को काला पानी ले जाते थे।

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