फिल्लौर में चमत्कार: 47 साल की दादी ने दिया बच्ची को जन्म, जान बची पर एक दर्दनाक कहानी पीछे छोड़ गई… कि लोग क्या कहेंगे! पढ़ें
नवरात्र के पहले दिन दिया था बेटी को जन्म, कुछ दिन पहले पोते के जन्म पर मनाया था जश्न
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। पंजाब के जालंधर जिले के कस्बा फिल्लौर के कुतबेवाल गांव में एक दिल दहला देने वाली और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे गांव को हिला कर रख दिया।

यहां 47 साल की एक बुजुर्ग महिला, जो 18 दिन पहले ही पोते की दादी बनी थी, ने अचानक एक नवजात बच्ची को जन्म दे दिया।
नवरात्र के पहले दिन देर रात अचानक उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसने अकेले कमरे में बच्ची को जन्म दिया। मानसिक और भावनात्मक सदमे में डूबी महिला ने बच्ची को कपड़े में लपेटा और चुपके से उसे घर से बाहर ले जाकर फेंकने की कोशिश की, लेकिन समय रहते गांव वालों ने उसे पकड़ लिया और मासूम की जान बचा ली।
परिवार का कहना है कि बुजुर्ग महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसे पता ही नहीं चला कि वह गर्भवती थी और न ही वह बच्ची को संभालने की स्थिति में थी। जिस घर में कुछ दिन पहले पोते के जन्म की मिठाइयां बांटी गई थीं, उसी घर में जब दादी मां बनी तो यह खबर गांव भर में फैल गई।
गांववालों के सहयोग से बच्ची को एक ऐसे दंपती को गोद दे दिया गया है, जो वर्षों से अपने बच्चे की आस में थे। यह घटना जहां एक ओर सामाजिक सोच पर सवाल खड़े करती है, वहीं दूसरी ओर समय पर जागरूकता और मानवता की मिसाल भी पेश करती है।
डर, सदमा और समाज का दबाव—इन सबके बीच एक नवजात की जान तो बच गई, पर यह कहानी कई सवाल छोड़ गई।