कहीं अंदरखाते सरकार-MLA में सैटिंग तो नहीं! करोडों के कांड पूछताछ के लिए बहू को समन भेजने वाले DSP विजिलेंस नप गए… जांच भी रुकी; आज कोर्ट में सुनवाई
समन भेजने के अगले दिन हुई कार्रवाई के मायने, सभी आरोपी जमानत पर; कोर्ट में कमजोर होता जा रहा केस!
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। जालंधर के बहुचर्चित MLA के भ्रष्टाचार मामले में बड़ा मोड़ आया है। विजिलेंस विभाग के डीएसपी अरमिंदर सिंह को अचानक सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई विधायक रमन अरोड़ा से जुड़े केस में की गई है। कहीं अंदरखाते सरकार-MLA में सैटिंग तो नहीं।

डीएसपी अरमिंदर वही अधिकारी हैं जिन्होंने कुछ दिन पहले विधायक की बहू साक्षी अरोड़ा को समन भेजा था, और यह सस्पेंशन आदेश समन जारी होने के अगले ही दिन जारी हुआ।
हालांकि विभाग ने सस्पेंशन का कारण “ड्यूटी में कोताही” बताया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक मामला राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील है। अरमिंदर सिंह को अब अमृतसर की पीएपी 9वीं बटालियन में तैनात किया गया है।
इस पूरे प्रकरण में आज (8 अक्टूबर) अदालत में अहम सुनवाई होनी है। माना जा रहा है कि डीएसपी के सस्पेंशन और विजिलेंस जांच की दिशा पर कोर्ट कई अहम सवाल उठा सकती है।
विजिलेंस की जांच में यह सामने आया था कि विधायक रमन अरोड़ा के साढ़ू राजन कपूर के बेटे हितेश कपूर और उनकी बहू साक्षी अरोड़ा की फर्म ‘श्री श्याम टेक्सटाइल्स’ में करोड़ों रुपए का लेनदेन हुआ है।
यह फर्म 2021 में शुरू हुई थी और मात्र तीन साल में इसका टर्नओवर 4.42 करोड़ से बढ़कर 7.39 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।
फंड के स्रोत और बैंकिंग ट्रांजैक्शन की जांच के लिए ही साक्षी अरोड़ा को समन भेजा गया था। विजिलेंस को जांच के दौरान मदान कार्ड्स, जगदंबे फैशन और श्री श्याम टेक्सटाइल्स जैसी कंपनियों में 2021 से 2025 के बीच करोड़ों रुपए के लेनदेन मिले हैं।
इतना ही नहीं, विधायक की पत्नी के खाते में कारोबारी महेश कालड़ा द्वारा 15 लाख रुपए जमा कराने की भी जानकारी सामने आई है।
डीएसपी का अचानक सस्पेंड होना और विजिलेंस जांच की रफ्तार थम जाना इस पूरे मामले को और पेचीदा बना रहा है। अब सबकी निगाहें आज की अदालत की सुनवाई पर टिकी हैं।