IPS Suicide Case: हरियाणा के नए कार्यकारी DGP बने ओपी, कपूर की कर दी विदाई… ओपी के बड़े लोगों के साथ कनेक्शन; पढ़ें और देखें
राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मिले: बोले- सरकार तमाशा बंद करे, परिवार पर दबाव न डाले; अफसरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए
चंडीगढ़/हरियाणा/नई दिल्ली, पंजाब हॉटमेल। हरियाणा में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शत्रुजीत कपूर की डीजीपी पद से विदाई हो गई है। उनकी जगह 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी ओमप्रकाश (ओपी) सिंह को राज्य का कार्यकारी डीजीपी नियुक्त किया गया है।

ओपी सिंह इसी साल 31 दिसंबर 2025 को सेवानिवृत्त होंगे। मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के नमून गांव के रहने वाले ओपी सिंह हरियाणा में नशे के खिलाफ “राहगीरी अभियान” शुरू करने के लिए जाने जाते हैं।

यह पहल बाद में राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई और बेहद लोकप्रिय हुई। मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्री तक इस कार्यक्रम में हिस्सा ले चुके हैं।ओपी सिंह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के विशेष सलाहकार भी रह चुके हैं।
निजी जीवन में उनका बॉलीवुड से भी गहरा नाता है वे दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई हैं। सुशांत ने अपनी मां के निधन के बाद ओपी सिंह के परिवार के साथ रहकर ही पढ़ाई पूरी की थी।
सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत के मामले में ओपी सिंह ने उन्हें न्याय दिलाने की मुहिम में सक्रिय भूमिका निभाई थी। वहीं, सुशांत के चचेरे भाई नीरज कुमार सिंह बबलू वर्तमान में बिहार सरकार में पर्यावरण और वन मंत्री हैं और छातापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
राहुल पहुंचे: चंडीगढ़ में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, खांप की महापंचायत के बाद भारी पुलिस फोर्स तैनात
चंडीगढ़।हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या को एक हफ्ता बीत चुका है, लेकिन अब तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका है। इस बीच मंगलवार सुबह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मृतक अधिकारी के परिजनों से मिलने पहुंचे।

राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “हरियाणा सरकार तमाशा बंद करे और पीड़ित परिवार पर दबाव डालना बंद करे।” उन्होंने मांग की कि जिम्मेदार अफसरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और दिवंगत आईपीएस का अपमान बंद हो।
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मामले में कार्रवाई की अपील की।वहीं, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार परिवार की हर मांग पूरी करेगी और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
गौरतलब है कि इस मामले के बाद हरियाणा सरकार ने DGP शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया, जबकि ओमप्रकाश सिंह को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। मामला अब राज्य की राजनीति और पुलिस प्रशासन—दोनों के लिए गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।