India -Amerika News: अमेरिका में Study खत्म करने के बाद हजारों विद्यार्थी वापस नहीं लौटे, कहां गए… तलाश जारी!
2009 के बाद पिछले साल बढ़ा स्टडी वीजा का ग्राफ, स्टडी वीजा खत्म पर नहीं की भारत वापसी…??
मनमोहन सिंह
पंजाब हॉटमेल जालंधर/नई दिल्ली। पिछले वर्ष अमेरिका में सबसे अधिक संख्या में भारतीय छात्रों ने वीजा नियमों का उल्लंघन किया और 7000 भारतीय छात्र वीजा समाप्त होने के बावजूद अमेरिका में रुके रहे। उनहोंने न तो वर्क वीजा लिया और न ही स्टे लिया। इसमें भारी संख्या पंजाबियों की है, जो डॉलरों की चमक दमक के दीवाने हैं।

आव्रजन विशेषज्ञ जेसिका एम वॉन ने यह जानकारी दी है और कहा है कि भारत के बाद ब्राजील और चीन दूसरे स्थान पर आते हैं। इसके बाद प्रत्येक देश के करीब 2000 छात्रों ने अपने वीजा की समाप्ति की परवाह नहीं की और निर्धारित समय सीमा के बाद भी अमेरिका में रह रहे हैं।
अमेरिकी न्यायपालिका सदन समिति के समक्ष बोलते हुए वॉन ने चेतावनी दी कि सभी अस्थायी वीज़ा श्रेणियों में, एफ-1 (शैक्षणिक छात्र) और एम-1 (व्यावसायिक छात्र) वीज़ा श्रेणियों में निर्धारित अवधि से अधिक समय तक रुकने की दर सबसे अधिक है।
जालंधर से स्टडी वीजा एक्सपर्ट सुकांत ने कहा कि अमेरिका में स्टडी वीजा की वर्तमान प्रणाली बहुत उदार है, जो छात्रों को अपने वीज़ा का दुरुपयोग करने की अनुमति देती है। वहां पर सख्त नियम होने चाहिए, जिसके तहत छात्रों को पढ़ाई के बाद घर लौटने की सुविधा सुनिश्चित की जा सके।

भारत 2009 के बाद पहली बार चीन से अधिक छात्रों को अमेरिका में पढ़ने के लिए भेज रहा है। ओपन डोर्स रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2023-2024 में 331,602 अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को अमेरिका में पढ़ने के लिए भेजा – जो पिछले वर्ष की तुलना में 23% की वृद्धि है।भारत में वीजा ज्यादातर स्नातक स्तर पर बढ़ा, 196,567 छात्रों ने दाखिला लिया जो 19 फीसदी की बढ़ोतरी है। वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण (ओपीटी) शैक्षणिक स्तर के लिए, 97,556 छात्रों ने अमेरिका में दाखिला लिया, जो 41 फीसदी अधिक था।