भीषण सड़क हादसा: बस-ट्रक भिड़ंत में 18 कांवड़ियों की मौत, कई गंभीर रूप से घायल… मचा कोहराम
गया से बासुकीनाथ जा रहे थे शिवभक्त, हादसे के बाद मची चीख-पुकार; ड्राइवर को आई झपकी बनी दुर्घटना की वजह
पंजाब हॉटमेल, चंडीगढ़/झारखंड। झारखंड के देवघर जिले में मंगलवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे में 18 कांवड़ियों की दर्दनाक मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

यह हादसा देवघर के मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास नवापुरा गांव में सुबह करीब 5 बजे हुआ, जब कांवड़ियों से भरी एक बस सामने से आ रहे गैस सिलेंडर लदे ट्रक से टकरा गई।
हादसा इतना भीषण था कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया और शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए।
शिवभक्तों से भरी थी बस, बासुकीनाथ जा रहे थे श्रद्धालु
बताया जा रहा है कि बस में 40 से ज्यादा कांवड़ी सवार थे, जो सावन मास के दौरान देवघर में बाबा बैद्यनाथधाम के दर्शन के बाद बासुकीनाथ मंदिर जा रहे थे। सभी श्रद्धालु बिहार के गया जिले के मासूमगंज इलाके के रहने वाले थे। हादसे में जिन 18 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, वे सभी गयाजी के निवासी बताए जा रहे हैं।
बस के परखच्चे उड़े, लाशें मलबे में दबीं
टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा ट्रक में घुस गया और आधी बस मलबे में तब्दील हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कई शव बुरी तरह से बस के अंदर फंस गए थे।
पुलिस का दावा: झपकी आने से हुआ हादसा
बस में लटके कांवड़ियों के झोले और पूजा सामग्री से पूरा दृश्य बेहद भावुक कर देने वाला था। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए घायलों को बस से निकाला और पुलिस को सूचना दी।
देवघर पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में हादसे की वजह बस चालक को आई झपकी को माना गया है। ड्राइवर का नियंत्रण खो बैठना ही हादसे की सबसे बड़ी वजह बना। टक्कर के बाद वह ड्राइवर सीट समेत सड़क पर गिर गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
घायलों की हालत गंभीर, राहत कार्य जारी
हादसे के बाद घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई की हालत नाजुक बनी हुई है। मौके पर एनडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मलबे में फंसे शवों और घायलों को निकालने का काम जारी है।
सांसद ने हादसे की पुष्टि, जताया शोक
गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर हादसे की पुष्टि करते हुए 18 श्रद्धालुओं की मौत की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “देवघर में हुए भीषण सड़क हादसे में कई शिवभक्तों की जान गई है। यह अत्यंत दुखद है। शोकाकुल परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।”
बार-बार सवालों में सड़क सुरक्षा
इस हादसे ने एक बार फिर देश की सड़क सुरक्षा और लंबी दूरी की यात्राओं के दौरान सावधानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खासकर सावन जैसे धार्मिक आयोजनों में जब लाखों श्रद्धालु सड़कों पर होते हैं, तो यातायात और सुरक्षा के विशेष इंतजाम क्यों नहीं किए जाते?
👉 यह हादसा ना सिर्फ देवघर और गया को, बल्कि पूरे देश को झकझोर गया है। सावन के पावन महीने में शिवभक्तों की इस तरह मृत्यु ने जनमानस को गहरा दुख दिया है।
सरकार और प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि मृतकों के परिवार को मुआवजा, घायलों को बेहतर इलाज और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।