Health News : सिविल हॉस्पिटल Jalandhar के औचक निरीक्षण पर पहुंचे PHSC के एमडी और डायरेक्टर, मरीजों से लिया फीडबैक, हीट वेव की तैयारियों को लेकर समीक्षा की
मनमोहन सिंह (पंजाब हॉटमेल, जालंधर)। पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन (पीएचएससी) के प्रबंध निदेशक वरिंदर कुमार शर्मा और पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन के निदेशक डाॅ. अनिल गोयल ने मंगलवार को सिविल अस्पताल Jalandhar में औचक निरीक्षण किया। सिविल अस्पताल के विभिन्न विभागों की जांच के दौरान मेडिकल सुपरीटेंडेंट सिविल अस्पताल जालंधर डाॅ. गीता कटारिया, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ राकेश चोपड़ा, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ मनदीप कौर, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डाॅ. ज्योति शर्मा, एसएमओ डॉ वरिंदर कौर थिंद, डॉ. परमजीत सिंह, डाॅ. सुरजीत सिंह, डाॅ. नेहा, जिला समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी गुरदीप सिंह, कार्यकारी इंजीनियर सुखचैन सिंह, एस.डी.ओ. रविंदरपाल सिंह सैनी, जेई वितन कुमार उपस्थित थे।
वरिंदर कुमार शर्मा ने सिविल अस्पताल के विभिन्न विभागों जैसे ओपीडी, एक्स-रे विभाग, अल्ट्रा साउंड विभाग, स्त्री रोग विभाग, मेडिसिन स्टोर, फार्मेसी काउंटर का दौरा किया। उन्होंने डॉक्टरों से मरीजों से चर्चा की।
फार्मेसी काउंटर पर मरीजों की पर्चियां देखने के बाद जानकारी ली गई कि उन्हें अस्पताल से सभी दवाएं मुफ्त मिल रही हैं, तो मरीजों ने बताया कि हमें अस्पताल से सभी दवाएं मुफ्त मिल रही हैं। अस्पताल का दौरा करने के बाद वरिंदर कुमार शर्मा द्वारा चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की गई। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सिविल अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं तैयार रखी जाएं, लू से बचाव के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएं और एंबुलेंस सेवाएं दुरुस्त रखी जाएं।
सिविल हॉस्पिटल Jalandhar में लू लगने वाले मरीजों के इलाज के लिए ट्रॉमा में 4 बेड का वार्ड तैयार, जरूरी उपकरण पूरे, जरूरत पड़ी तो और बेड बढ़ाएंगे
जालंधर। महानगर के शहीद बाबू लाल सिंह सिविल अस्पताल जालंधर में मंगलवार को डायरेक्टर हेल्थ पंजाब निरीक्षण के लिए पहुंचे। उन्होंने मरीज को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा कमियों पर भी चर्चा की ताकि सभी इंतजाम पूरे कर सके। बैठक में बढ़ती गर्मी का मुद्दा भी उठा, जिस पर मेडिकल सुपरीटेंडेंट सिविल अस्पताल जालंधर डॉक्टर गीता कटारिया और एसएमओ डॉ सुरजीत सिंह ने बताया कि हीट वेव से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने ट्रॉमा सेंटर में चार बेड का एक वर्ड तैयार किया है जिसमें सभी सुविधा उपलब्ध है। अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो और बेड बढ़ाए जा सकते हैं।
डायरेक्टर ने कहा कि हीट वेव से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए जिन उपकरणों की जरूरत है वह लिख कर दे ताकि समय पर उपलब्ध करवा दिए जाएं। वहीं हीट वेव को लेकर सिविल अस्पताल जालंधर में डॉक्टर और स्टाफ नर्स को ट्रेनिंग देने के लिए एक सेशन रखा गया जिसमें इलाज से संबंधित कई बातें साझा की गई। बातचीत में एसएमओ डॉ सुरजीत सिंह ने कहा कि गर्मी तेजी से बढ़ रही है जिसमें लोगों को सुबह 10 से शाम 4 बजे तक बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। लोग चाय-कॉफी की बजाय ओआरएस या अन्य विटामिन पाउडर डालकर पानी और जूस पिएं। ज्यादा पानी वाले फल जैसे तरबूज और खरबूज खाएं और डाइट का ख्याल रखें। गर्मी में एक्सरसाइज को थोड़ा काम कर दें, अगर एक्सरसाइज करते हैं तो सुबह जल्दी और शाम को मौसम ठंडा होने के बाद थोड़ा बहुत कर सकते हैं।
गर्मी से बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा बचाव की जरूरत है क्योंकि तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। अगर किसी को लू लग गई है तो उसे बुखार और उल्टी होना प्रमुख लक्षण है, जिसके लिए उसे तुरंत ठंडी जगह पर लेटा कर ओआरएस का पानी पिलाएं। गर्मी से बचने के लिए घर से सिर धक करने के लिए और आंखों को चश्मे से कर कर लें। गर्मी को देखते हुए गाड़ी में बच्चे या पालतू जानवरों को बंद करके ना जाए क्योंकि तापमान बहुत जल्दी बढ़ता है और उससे जानी नुकसान भी हो सकता है। अगर किसी को लू लग गई है तो वह तुरंत अस्पताल में दिखाएं क्योंकि अगर किसी मरीज को पहले से बीमारियां है तो उसके लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल जालंधर में डॉक्टर और स्टाफ नर्स को हीट वेव से प्रभावित मरीजों का इलाज करने के लिए पूरी तरह से ट्रेनिंग दी गई है।