फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम: नौनिहालों का राशन चट कर जाते थे आंगनवाड़ी सेंटर संचालक, अब नहीं खा पाएंगे… पढ़ें क्यों!
पंजाब सरकार की सख्ती, अब बिना ओटीपी और लाइव फोटो नहीं मिलेगा आंगनवाड़ी आहार; फर्जी एंट्री पर रोक, हर लाभार्थी की होगी ई-केवाईसी
मनमोहन सिंह
पंजाब हॉटमेल, जालंधर/चंडीगढ़ अब पंजाब के 27314 आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ओटीपी व लाइव फोटो के बिना आहार नहीं मिलेगा। सरकार ने चेहरे की पहचान प्रणाली (FRS) और ओटीपी सिस्टम लागू कर दिया है, जिससे फर्जी एंट्री और फर्जी आहार वितरण पर रोक लगेगी।

लाभार्थियों की होगी पूरी निगरानी
हर केंद्र पर अब माता-पिता के मोबाइल पर ओटीपी आएगा। जब तक ओटीपी दर्ज नहीं होगा और लाइव फोटो नहीं ली जाएगी, तब तक बच्चे या गर्भवती महिला को पोषण आहार नहीं मिलेगा।
पोषण ट्रैकर ऐप से होगा डेटा एंट्री
हर आंगनवाड़ी केंद्र में अब ‘पोषण ट्रैकर ऐप’ इंस्टॉल की जाएगी। इसके जरिए आंगनवाड़ी वर्कर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं का नाम और पूरी जानकारी ऐप में दर्ज करेंगी।
क्या मिलेगा आहार में?
6 महीने से 6 साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिया जाएगा। खिचड़ी, दलिया नमकीन मुरमुरा, पंजीरी, सूखा राशन।
विरोध भी शुरू
नई व्यवस्था पर कुछ परिजनों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि कई घरों में मोबाइल नहीं हैं या माता-पिता मजदूरी पर चले जाते हैं। ऐसे में ओटीपी की व्यवस्था परेशानी पैदा कर रही है।
सरकार का पक्ष
“हर योजना की ई-केवाईसी जरूरी है। शुरुआत में दिक्कतें आएंगी, लेकिन बाद में सब सामान्य हो जाएगा।”— कुलविंदर सिंह,अतिरिक्त डिप्टी डायरेक्टर, आंगनवाड़ी, पंजाब