Fraud in Jalandhar: दो बहनों को Trading के झांसे में फंसा 19 लाख की ठगी, FIR दर्ज
व्हाट्सऐप ग्रुप में भेजते थे Trading टिप्स, ठगी कर दो दिन बाद ग्रुप से निकला
जालंधर। महानगर जालंधर में 2 बहनों से Trading में मोटी कमाई का झांसा देकर साइबर ठगों ने करीब 19 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़िता को साइबर ठगों ने शेयर मार्केट में पैसे लगवाने के नाम पर फंसाया। थाना-8 की पुलिस ने अमन नगर की रहने वाली रितु के बयानों के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने पीड़िता के अकाउंट स्टेटमेंट कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस पैसों का सोर्स पता कर रही है।
पिछले साल अज्ञात नंबर के जरिए Trading एप्प में जोड़ा था नाम
अमन नगर निवासी रितु ने बताया कि पिछले साल नवंबर में दोनों बहनों को एक अज्ञात नंबर के जरिए शेयर मार्केट में पैसे लगाने वाले वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया था। ग्रुप का नाम एलीवर्ल्ड वेल्थ ट्रेनिंग कैंप था। उसमें शेयर मार्केट ट्रेडिंग के टिप्स दिए जाते थे। ग्रुप में जुड़े लोगों को ट्रेडिंग कैसे की जाती है और मार्केट में पैसा कैसे सर्कुलेट होता है, इस बारे में बताया जाता था।
जनवरी में शुरू हुआ ठगी का सिलसिला, थोडे़ पैसे डबल हुए
रितु ने पुलिस को बताया कि जनवरी में उक्त ग्रुप में एक लिंक भेजा गया था। जिसमें कहा गया कि आईडी बनाकर इसमें कुछ पैसे लगाए जाएं। दोनों बहनों ने यकीन करके थोड़े पैसे लगाए। उक्त पैसे ब्याज लगने के बाद ज्यादा हो गए। ये सिलसिला 2-3 बार चला। उक्त पैसे समय से उनके अकाउंट में आए और उनका बैलेंस बढ़ता गया। ये सारी ट्रांजेक्शन दिसंबर की हैं।
दो बैंक खातों से ट्रांसफर किए 19 लाख, पुलिस सोर्स पता कर रही
रितु ने कहा कि जब पैसे बढ़े तो उसने करीब 3.25 लाख रुपए और उसकी बहन ने करीब 15.66 लाख रुपए उक्त अकाउंट के जरिए लगा दिए। उक्त पैसे भी उनके ट्रेडिंग अकाउंट में तो बढ़े हुए नजर आए। जिसके बाद उक्त ट्रेडिंग अकाउंट से दोनों बहनों ने पैसे निकालने की कोशिश की तो वो पैसे नहीं निकले। 31 जनवरी को मैसेज आया कि 20 प्रतिशत ब्याज नहीं जमा करवाने के कारण उनके अकाउंट लॉक कर दिए हैं।
ठगी के दो दिन बाद वॉट्सऐप ग्रुप से निकाला
जिसके बाद उन्होंने तुरंत मामले की जानकारी अपने वॉट्सऐप ग्रुप के एडमिन को दी। मगर उसने भी कोई जवाब नहीं दिया। इसके दो दिन बाद उन्हें ग्रुप से निकाल दिया गया। जिसके बाद पीड़िता को पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई। फिर दोनों बहनों ने मामले की शिकायत सिटी पुलिस को दी। मामले को साइबर सेल को भेज दिया गया और जांच के बाद केस दर्ज कर लिया गया।