फर्जी हेरोइन केस का पर्दाफाश: पूर्व एसएसपी व एआईजी गिरफ्तार, STF की बड़ी कार्रवाई
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। पंजाब (Punjab) में एक सनसनीखेज खुलासे के बाद एसटीएफ STF जालंधर ने पूर्व एसएसपी (SSP) और एआईजी (AIG) रशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। दो साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके रशपाल सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अमृतसर के एक व्यक्ति पर एक किलो हेरोइन डालकर फर्जी केस दर्ज कराया था।

मामले की उच्चस्तरीय जांच के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की कार्रवाई की।
जानकारी के अनुसार, जब रशपाल सिंह एसटीएफ चीफ थे, उनकी टीम ने गुरजंट सिंह उर्फ सोनू नामक व्यक्ति से एक किलो हेरोइन बरामद की थी। लेकिन पूरी खेप बलविंदर सिंह के नाम पर दिखाकर गुरजंट सिंह को रिहा कर दिया गया।
जांच में सामने आया कि पुलिस ने बलविंदर को फंसाने के लिए एक झूठी कहानी गढ़ी थी। बलविंदर सिंह ने न्याय के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद नवंबर 2019 में अदालत ने डीजीपी प्रमोद बान को जांच सौंप दी।
डीजीपी द्वारा प्रस्तुत कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज और लोकेशन डाटा में कई गंभीर विसंगतियां पाई गईं। इसी आधार पर जनवरी 2021 में हाई कोर्ट ने जांच सीबीआई के हवाले कर दी।
मामला वर्ष 2017 का है, जब अमृतसर के बलविंदर सिंह को सिविल अस्पताल पट्टी से उठा लिया गया था। उसके खिलाफ एक किलो हेरोइन डालने और पाकिस्तान से नशा मंगवाने के आरोप लगाए गए।
बाद में पुलिस ने चार अन्य आरोपियों के नाम भी जोड़े।सीबीआई जांच में सामने आया कि पूरी कहानी फर्जी थी। स्पेशल कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में एआईजी रशपाल सिंह सहित 10 पुलिसकर्मियों के नाम दर्ज किए गए हैं।
इनमें इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह, सब-इंस्पेक्टर प्रभजीत सिंह, थानेदार कुलविंदर सिंह, सुरजीत सिंह, कुलबीर सिंह, बेअंत सिंह, कुलवंत सिंह और हवलदार हीरा सिंह शामिल हैं।
उच्चस्तरीय जांच के बाद पंजाब पुलिस ने आखिरकार रशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया, जिससे राज्य में एक बार फिर पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठे हैं।
