90 करोड़ का फर्जी कारोबार, 14 करोड़ का सरकारी नुकसान: जालंधर की चार फर्मों पर GST विभाग की बड़ी कार्रवाई… पढ़ें
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना लगाने वाले फर्जी कारोबार का खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि कुछ फर्मों ने बिना कोई वास्तविक लेन-देन किए केवल कागजों पर 90 करोड़ रुपए का कारोबार दिखाया और 14 करोड़ रुपए का जीएसटी रिफंड हड़प लिया।

अब इस घोटाले की जांच में जीएसटी विभाग सक्रिय हो गया है। सूत्रों के अनुसार, जालंधर की चार फर्में — बीएमएस इंटरप्राइजेज, जेएस इंटरप्राइजेज, शिव शक्ति ट्रेडिंग और कुमार ट्रेडर्स — इस फर्जीवाड़े में मुख्य भूमिका में रही हैं।
इन फर्मों ने श्रमिकों और गैर-व्यापारिक व्यक्तियों के दस्तावेजों पर फर्जी कंपनियां बनाकर कारोबार दिखाया। दरअसल, कबाड़ कारोबार के नाम पर इन फर्मों ने नियमों से खिलवाड़ किया। कबाड़ पर 18% जीएसटी लागू होता है और तैयार माल पर अपेक्षाकृत कम टैक्स।
इस अंतर का लाभ उठाकर फर्जी फर्मों ने रिफंड के रूप में 14 करोड़ रुपए की चोरी कर ली। अब विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है। एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि बाकी फर्मों और उनसे जुड़े कारोबारियों की जांच चल रही है।
आगे क्या होगा?
1. जालंधर, लुधियाना और अन्य राज्यों की फर्में जांच के घेरे में आएंगी।
2. दोषी पाए जाने वालों के जीएसटी रिफंड रोके जाएंगे और पैनल्टी लगाई जाएगी।
3. विभाग पहले नोटिस जारी करेगा और फिर रिफंड रिलीजिंग पर रोक लगाएगा।
हर्षदीप सिंह, एसटीओ ने कहा: “फर्जी कारोबार में शामिल फर्मों की पहचान की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है।”