BREAKING NEWS: ADGP एसपीएस परमार, एसएसपी स्वर्णजीत सिंह और एआईजी हरप्रीत सिंह निलंबित… पढ़ें क्यों
पंजाब हॉटमेल, चंडीगढ़/जालंधर। भ्रष्टाचार और कर्तव्यहीनता के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पंजाब सरकार ने राज्य के सतर्कता ब्यूरो के मुख्य निदेशक एसपीएस परमार को निलंबित कर दिया है। ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले की चल रही जांच में उनकी ओर से निष्क्रियता के आरोपों के बाद यह अभूतपूर्व कार्रवाई की गई है।

परमार के अलावा सतर्कता ब्यूरो के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) स्वर्णजीत सिंह और सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) हरप्रीत सिंह को भी निलंबित किया गया है।एडीजीपी एसपीएस परमारविजिलेंस ब्यूरो के मुख्य निदेशक के रूप में एसपीएस परमार का कार्यकाल संक्षिप्त था, उन्हें 26 मार्च, 2025 को नागेश्वर राव आईपीएस की जगह नियुक्त किया गया था।
यह पहला मामला है, जब पंजाब सरकार ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) के पद पर कार्यरत तथा साथ ही सतर्कता ब्यूरो के निदेशक के रूप में कार्यरत अधिकारी को निलंबित किया है, जो ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले की जांच में कथित समझौते को लेकर सरकार की गंभीरता को दर्शाता है।
सतर्कता ब्यूरो के शीर्ष पद पर नियुक्ति से पहले, परमार पंजाब में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के पद पर कार्यरत थे। वे इस महीने की शुरुआत में पटियाला में सेवारत सेना के कर्नल तथा उनके बेटे पर बारह पुलिसकर्मियों द्वारा कथित हमले की जांच के लिए पंजाब पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) का नेतृत्व भी कर रहे थे।
एसपीएस परमार का कानून प्रवर्तन में करियर राज्य पुलिस सेवा में शामिल होने के साथ शुरू हुआ, जिसके बाद 2012 में उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में पदोन्नत किया गया, जिसमें उनकी वरिष्ठता 1997 से पूर्वव्यापी रूप से मान्यता प्राप्त हुई।
यह निलंबन उनके करियर में एक नाटकीय मोड़ का प्रतिनिधित्व करता है तथा पंजाब सरकार की अपनी जांच एजेंसियों के भीतर जवाबदेही सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।