भाजपा ने दिखाई सख्ती: जालंधर के नेता किशन लाल शर्मा पार्टी से निष्कासित, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक बयानबाजी बनी वजह… बोले- गंजे को देख लूंगा!
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। जालंधर की राजनीति में बड़ा झटका तब लगा जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने स्थानीय नेता किशन लाल शर्मा को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया।

भाजपा हाईकमान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत प्रभाव से निष्कासन का आदेश जारी किया, जिससे स्थानीय राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है।
हाईकमान ने लिया संज्ञान, जारी किया आधिकारिक पत्र
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की राज्य इकाई ने जब शर्मा के सोशल मीडिया पोस्ट्स का संज्ञान लिया तो मामला सीधे पार्टी हाईकमान के पास पहुंचा। इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व ने जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कड़ा कदम उठाया। भाजपा ने आधिकारिक पत्र जारी कर किशन लाल शर्मा को निष्कासित करने की पुष्टि की।

पार्टी अनुशासन सर्वोपरि, भाजपा का स्पष्ट संदेश
पार्टी नेताओं का कहना है कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं से संयम, मर्यादा और अनुशासन की अपेक्षा रखती है। किसी भी नेता द्वारा सोशल मीडिया या किसी अन्य मंच पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग या अनुशासनहीन आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस कार्रवाई को पार्टी ने एक “ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी” के उदाहरण के रूप में पेश किया है।जालंधर में मचा सियासी हलचलशर्मा के निष्कासन के बाद जालंधर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है।
कई नेताओं का मानना है कि पार्टी ने यह कदम अपने अनुशासन और साख को बनाए रखने के लिए उठाया है। वहीं, शर्मा के कुछ समर्थक इस निर्णय को “कठोर” बता रहे हैं, लेकिन पार्टी नेतृत्व अपने रुख पर अडिग है।
पार्टी ने दी चेतावनी – मर्यादा से बाहर बयान देने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
भाजपा ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्पष्ट चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर मर्यादाहीन बयानबाजी या पार्टी लाइन से हटकर बोलने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
इस फैसले से साफ है कि भाजपा नेतृत्व आने वाले समय में अनुशासनहीनता पर किसी भी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है।