पंजाब के किसानों की बड़ी हुंकार: कर्ज़ माफी, मुआवज़ा और रोजगार की उठाई 14 अहम मांगें… नहीं तो आंदोलन!
जालंधर से लेकर पूरे पंजाब में किसान संगठनों का सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। केंद्र और राज्य सरकारों की किसानों के मुद्दों पर विफलता से नाराज़ होकर किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने राज्यभर में जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। किसानों ने कर्ज़ माफी, फसल मुआवज़ा, और रोजगार गारंटी को लेकर सरकार से 14 अहम मांगें रखी हैं।

मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:1. कर्ज़ माफी के लिए विशेष समिति बने:केंद्र सरकार तुरंत एक स्वतंत्र समिति गठित करे, जिसमें किसान संगठनों, पंचायतों, धार्मिक प्रतिनिधियों, कृषि विशेषज्ञों और विधायकों को शामिल किया जाए। समिति को 3 महीनों में रिपोर्ट देनी होगी।
2. पूर्ण कर्ज़ माफी की घोषणा:किसानों के ऊपर लदे पुराने कर्जों को पूरी तरह माफ किया जाए ताकि वे आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर न हों।

3. आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को राहत:100% मुआवज़ा दिया जाएबच्चों को मुफ्त शिक्षापरिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, न मिलने पर रोजगार का मुआवज़ा।
4. फसल और पशु हानि पर मुआवज़ा: फसल खराब होने पर ₹70,000 प्रति एकड़गन्ने की खराबी पर ₹1 लाख प्रति एकड़पशु की मौत पर ₹1.25 लाखअगली फसल के लिए बीज और खाद मुफ्तप्रत्येक परिवार को ₹1 लाख उजाड़ा भत्ता।
पूरे पंजाब में तेज हुआ आंदोलन
यह आंदोलन जालंधर तक सीमित नहीं है, बल्कि लुधियाना, मोगा, बठिंडा, फिरोजपुर, फरीदकोट, मानसा, संगरूर, पटियाला, मोहाली, अमृतसर, नवांशहर, चंडीगढ़ सहित लगभग पूरे पंजाब में तेज़ी से फैल रहा है।
शांति, सद्भाव और नैतिकता के साथ किसान संगठन रैलियां, मोदी बंद, जनसभाएं और पंचायतें आयोजित कर रहे हैं।
निष्कर्ष:पंजाब के किसानों की ये मांगें उनके अधिकार, सम्मान और जीवन की सुरक्षा से जुड़ी हुई हैं। अब बारी सरकार की है कि वो इन आवाज़ों को सुने और जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए, वरना आंदोलन और तेज़ हो सकता है।