मॉडल टाऊन प्रॉपर्टी विवाद में बड़ा खुलासा: डॉक्टर जशनीव कपूर ने दिखाई रजिस्ट्री, बोले – ‘मैं मालिक हूं, फिर कब्जा कैसा?
‘राजन सिद्धू पर सीधा आरोप – बिल्डिंग के दाम बढ़े तो नीयत बदली, साजिश के तहत कर रहा है झूठे केस दर्ज
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। मॉडल टाऊन की करोड़ों की प्रॉपर्टी को लेकर दो नामी हस्तियों के बीच का विवाद अब और गहराता जा रहा है। कपूर अस्पताल के मालिक डॉ. जशनीव कपूर ने राजन सिद्धू द्वारा लगाए गए हमले और कब्जे के आरोपों को नकारते हुए पूरे दस्तावेज और सबूतों के साथ अपनी कानूनी मालिकाना हक की पुष्टि की है।

डॉ. कपूर का दावा: ‘2022 में खरीदी थी बिल्डिंग, रजिस्ट्री से लेकर बिजली-पानी के बिल तक मेरे नाम’
डॉ. कपूर ने मीडिया और पुलिस को स्पष्ट तौर पर बताया कि वर्ष 2022 में उन्होंने यह बिल्डिंग राजन सिद्धू से तय कीमत पर खरीदी थी, और उस वक्त की रजिस्ट्री राजन सिद्धू और उसकी पत्नी के नाम से होकर कानूनी रूप से उनके (डॉ. कपूर) नाम की गई थी।
उन्होंने कहा कि जब रजिस्ट्री, बिजली का मीटर, पानी का कनेक्शन और सारे कागजात मेरे नाम पर हैं, तो कब्जा करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। “मैं बिल्डिंग का लीगल ओनर हूं, और इसकी पूरी कीमत चुका चुका हूं,” – डॉ. कपूर ने कहा।
राजन सिद्धू पर पलटवार: ‘रात में घुसकर कैमरे तोड़े, जबरन कब्जे की कोशिश की’
डॉ. जशनीव कपूर ने पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर को दी गई शिकायत में कहा है कि मंगलवार रात राजन सिद्धू जबरन बिल्डिंग में घुस आया और वहां लगे CCTV कैमरों को नुकसान पहुंचाया।
उन्होंने यह भी दावा किया कि सिद्धू ने जानबूझकर मीडिया में झूठी खबरें फैलाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की, जबकि सच्चाई ये है कि सिद्धू खुद हिंसक रवैया अपनाकर उनकी बिल्डिंग पर कब्जा करना चाहता है।
‘बिल्डिंग बेचते समय सिद्धू ने अपनी बहन को भी नहीं बताया’
डॉ. कपूर ने बताया कि जब यह बिल्डिंग खरीदी गई थी, तब राजन सिद्धू ने अपनी बहन को तक इस सौदे की जानकारी नहीं दी, जिससे उस समय घरेलू विवाद भी हुआ था। यह विवाद भी इस केस की सच्चाई को उजागर करता है।
‘बढ़ते प्रॉपर्टी रेट ने बदली नीयत, अब कब्जा करने की साजिश’
डॉ. कपूर का कहना है कि जब से मॉडल टाऊन इलाके में प्रॉपर्टी के दाम तीन-चार गुना तक बढ़ चुके हैं, तभी से राजन सिद्धू की नीयत बदली है। अब वह वफादारी और कानून को ताक पर रखकर, दबाव और साजिशों के जरिए उनकी बिल्डिंग पर कब्जा करना चाहता है।
‘आप नेता और पुलिस अफसर की शह पर हो रही साजिश’
इस पूरे मामले में डॉ. कपूर ने चौंकाने वाला आरोप लगाते हुए कहा कि राजन सिद्धू को एक आप पार्टी नेता और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का साथ प्राप्त है, जिसके चलते ये लोग सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे हर जांच के लिए तैयार हैं लेकिन इस मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
मामला पहुंचा एडीसीपी सिटी टू तक, निष्पक्ष जांच का भरोसा
इस हाई-प्रोफाइल विवाद की जांच की जिम्मेदारी अब एडीसीपी सिटी टू हरविंदर सिंह गिल को सौंप दी गई है। उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि मामले की हर एंगल से गहराई से जांच की जाएगी, और किसी भी पक्ष के साथ पक्षपात नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष: डॉक्टर जशनीव कपूर ने दस्तावेज़ी सबूतों के साथ अपनी कानूनी स्थिति साफ कर दी है। वहीं दूसरी ओर, राजन सिद्धू की ओर से लगाए गए आरोपों और उनकी मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
अब इस केस का भविष्य पुलिस जांच पर टिका है, जिससे यह तय होगा कि असली मालिक कौन और आरोपी कौन।