पूर्व ED अधिकारी का बड़ा खुलासा: कैप्टन अमरिंदर ने दबाया ड्रग माफिया केस, कोई सरकार नशे का खात्मा नहीं चाहती… बस रिकवरी बढ़ी! पढ़ें गंभीर आरोप
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। पंजाब में नशा और भ्रष्टाचार पर बड़ा बयान देते हुए ईडी (ED) के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि 2012 के राजाकंदोला ड्रग केस और इसमें शामिल एआईजी राजजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई को तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दबा दिया था।

निरंजन सिंह ने कहा कि पंजाब में नशा, अवैध माइनिंग और भ्रष्टाचार अपने चरम पर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “हर सरकार ने नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दावे तो किए, लेकिन हकीकत में किसी ने इसे खत्म करने की ईमानदार कोशिश नहीं की।
”उन्होंने बताया कि जब वह ईडी में पदस्थ थे और कई बड़े मामलों की जांच कर रहे थे, तभी उन्हें दिल्ली ट्रांसफर कर दिया गया ताकि कार्रवाई रोकी जा सके।
उनके मुताबिक, “इतनी बड़ी फोर्स और खुफिया एजेंसियां होने के बावजूद पंजाब सरकार एक एआईजी स्तर के अफसर को नहीं पकड़ पाई, जो प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है।
”पूर्व ईडी अधिकारी ने यह भी बताया कि राजाकंदोला की संपत्ति ईडी द्वारा अटैच की गई थी, लेकिन पुलिस की जांच कमजोर होने के कारण आरोपी बरी हो गए। वहीं, एआईजी राजजीत की फाइल ईडी के जालंधर दफ्तर से दिल्ली मंगवा ली गई और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
निरंजन सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार ने भले ही राजजीत को डिसमिस कर दिया हो, लेकिन उसे अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा, “पंजाब में सरकारें बदलती हैं, लेकिन नशा और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ भाषणों तक सीमित है।”
