आज से बड़ा बदलाव: UPI ट्रांजैक्शन लिमिट, ऑटोपे रूल्स और LPG कीमतों में हुआ फेरबदल, आपकी जेब पर सीधा असर
पंजाब हॉटमेल, नई दिल्ली। हर महीने की शुरुआत के साथ कुछ ऐसे नियमों में बदलाव होता है जो आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी और वित्तीय फैसलों पर सीधा असर डालते हैं।

1 अगस्त 2025 से UPI लेनदेन, ऑटोपे नियम, बैंकिंग लिमिट और LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू हो गए हैं। ये बदलाव छोटे जरूर दिखते हैं, लेकिन आपके दैनिक जीवन और जेब पर बड़ा असर डाल सकते हैं।
आइए जानते हैं इन नए नियमों का पूरा लेखा-जोखा

UPI यूजर्स के लिए नए नियम: सीमाएं और समय तय🔹 बैलेंस चेक की लिमिट तयअब UPI से एक दिन में केवल 50 बार ही अकाउंट बैलेंस चेक किया जा सकेगा। इसके अलावा, बैंक अकाउंट्स की लिस्ट एक दिन में सिर्फ 25 बार ही देखी जा सकती है। इससे अधिक बार करने पर सर्वर रिजेक्ट कर सकता है।
ऑटोपे लेनदेन अब तय समय पर ही होंगे
महीने की किश्तें, SIP, और OTT सब्सक्रिप्शन जैसे ऑटो डेबिट ट्रांजैक्शन अब केवल गैर-पीक घंटों में ही पूरे होंगे। निर्धारित समय –सुबह 10 बजे से पहलेदोपहर 1 बजे से 5 बजे तकरात 9:30 बजे के बादइसका मतलब है कि अब आपका नेटफ्लिक्स या अमेज़न प्राइम का सब्सक्रिप्शन तय समय से पहले या बाद में कटेगा, बीच में नहीं।
फेल ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक करने की सीमा
अगर आपका कोई UPI पेमेंट फेल हो जाता है, तो उसका स्टेटस केवल 3 बार ही चेक किया जा सकेगा। हर प्रयास के बीच 90 सेकंड का अंतराल रखना होगा।
पेमेंट करते समय दिखेगा रिसीवर का नाम
अब पैसे भेजते वक्त रिसीवर का नाम स्क्रीन पर नजर आएगा, जिससे गलत व्यक्ति को पैसे भेजने की संभावना बहुत कम हो जाएगी।
LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव
सरकारी तेल कंपनियों ने 1 अगस्त से LPG सिलेंडर की कीमतों में संशोधन किया है। घरेलू और कमर्शियल दोनों कैटेगरी में कीमतों में बदलाव हुआ है।कुछ शहरों में कीमतों में कटौती हुई है, जबकिकुछ जगहों पर मामूली बढ़ोतरी भी देखी गई है।
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने शहर की अपडेटेड कीमतें चेक करें ताकि कोई असमंजस न हो।
क्यों जरूरी है इन बदलावों को जानना?
इन नियमों का सीधा असर आपके बैंकिंग अनुभव, डिजिटल ट्रांजैक्शन, ऑटो डेबिट भुगतान, और घरेलू खर्चों पर पड़ेगा। ऐसे में जरूरी है कि आप इन बदलावों से समय रहते अपडेट रहें और अपने भुगतान, योजना और बजट को उसी अनुसार तैयार करें।
नया महीना, नए नियम — आपकी प्लानिंग होनी चाहिए बिल्कुल अप-टू-डेट!