An End of ERA: टेस्ट में ‘विराट’ युग का अंत, लीजेंड जैसा रहा सफर लेकिन विरासत जारी रहेगी… BCCI ने लिखा- थैंक्स विराट
लिखा- टेस्ट क्रिकेट ने वो पाठ सिखाए जो जिंदगीभर याद रहेंगे, मेरी परीक्षा ने आकार यहीं से लिया
स्पोर्ट्स डेस्क, जालंधर। Virat kohli Retirement of Test Cricket… an End of ERA but the Legacy will Continue Forever) टेस्ट क्रिकेट में एक युग का अंत हुआ, सोमवार को द लीजैंड विराट कोहली ने संन्यास की घोषणा कर दी। विराट ने इंस्टाग्राम पर जानकारी सांझा की जिसने लाखों क्रिकेट प्रेमियों के दिल तोड़ दिए। विराट कोहली की बदौलत ही क्रिकेट को ओलंपिक्स में शामिल किया गया है।

कोहली ने 10 मई को BCCI से कहा था कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहता हूं। बोर्ड ने कोहली को अपने फैसले पर फिर विचार करने को कहा था। 11 मई को बोर्ड के एक अधिकारी ने उनसे बात भी की थी।
विराट का टेस्ट करियर, बॉर्डर- गावस्कर सीरीज में नहीं चला था बल्ला

विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक बनाए। विराट ने 7 दोहरे शतक लगाए। 2017 और 2018 में वे टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए। दिसंबर/जनवरी में ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर- गावस्कर सीरीज में विराट का प्रदर्शन बेहतर नहीं था।

उन्होंने इस सीरीज में 23.75 की औसत से रन बनाए थे। वहीं 8 में से 7 बार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर आउट हुए। BGT में कोहली ने 9 पारियों में 190 रन बनाए। इनमें एक शतक शामिल था।
इंस्टाग्राम पर संन्यास की घोषणा, लिखा- टेस्ट ने मेरी परीक्षा ली, जिंदगी के सबक सिखाए
मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।’ उन्होंने आगे अपनी जर्सी का नंबर ‘269’ लिखा और लिखा ‘साइनिंग ऑफ’। विराट ने लिखा, ‘टेस्ट क्रिकेट में पहली बार मैंने बैगी ब्लू जर्सी 14 साल पहले पहनी थी।

ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह फॉरमेट मुझे इस तरह के सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे पहचान दी और मुझे ऐसे सबक सिखाए, जिन्हें मैं जीवन भर साथ रखूंगा।

सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए बहुत ही खास और निजी अनुभव है। परिश्रम, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता, लेकिन यह हमेशा आपके साथ रहते हैं।