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खादी और खाकी मेहरबान तो वांटेड भी बनेगा प्रधान: जिस वांटेड की तलाश का पुलिस ढोंग कर रही, वह दशहरे पर आप नेता के साथ Police को सम्मानित करता दिखा

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जालंधर पुलिस की मुस्तैदी का किस्सों के सामने लॉ एंड ऑर्डर कुछ नहीं, दशहरे के दिन करा दी ‘अच्छाई पर बुराई की जीत’

पंजाब हॉटमेल, जालंधर। जालंधर के दौलतपुरी जुआ लूटकांड का वांटेड दविंदर उर्फ डीसी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस रिकॉर्ड में वह फरार है और लगातार तलाश में दिखाया जा रहा है। लेकिन, दशहरे के दिन वह आदमपुर में पब्लिक के बीच मौजूद था। वहां दशहरा कमेटी आदमपुर दोआबा (जालंधर) का प्रधान बनकर उसने पूरा आयोजन संभाला।

मंच पर उसके साथ आप नेता पवन कुमार टीनू मौजूद थे। वहीं, डीएसपी कुलवंत सिंह सहित स्थानीय पुलिस अधिकारी और गणमान्य लोग कार्यक्रम में शामिल हुए।

आयोजन में मुख्य मेहमानों को सम्मानित किया गया। सम्मान चिन्ह पर बाकायदा दशहरा कमेटी आदमपुर का नाम और प्रधान के तौर पर दविंदर उर्फ डीसी की फोटो लगी हुई थी।

आयोजन के दौरान डीसी पूरे समय सक्रिय रहा। मेहमानों को सम्मानित करने के साथ-साथ मंच संचालन और व्यवस्थाओं में उसकी भूमिका दर्ज की गई।

जिक्रयोग है कि यह वही दविंदर उर्फ डीसी है, जिसे दौलतपुरी जुआ लूटकांड में नामजद किया गया है और घटना के बाद से ही पुलिस की तलाश जारी है।

दविंदर नया नाम नहीं; खादी और खाकी, दोनों पर मजबूत पकड़ रखता है

दविंदर उर्फ डीसी कोई नया नाम नहीं है। सात साल पहले भी पकड़ा गया था। रैनक बाजार के जुए के अड्डे पर गोली चली थी। तब डीसी भी वहीं मौजूद था। खुद घायल हुआ था। अब फिर दौलतपुरी के जुए के अड्डे पर मिला। नामजद हुआ। लेकिन फरार हो गया।

पुलिस दावा करती है- कई बार रेड की। लेकिन नतीजा शून्य। हकीकत यह है कि डीसी नेताओं की छांव में है। आदमपुर के दशहरे पर आप नेता पवन टीनू के साथ फोटो खिंचवा रहा है। डीएसपी कुलवंत सिंह को सम्मानित कर रहा है।

सवाल यह है कि जिस वांटेड को लोग खुलेआम देख रहे हैं, उसे पुलिस क्यों नहीं देख पा रही? दरअसल, खाकी और खादी के गठजोड़ उसकी ढाल बनी हुई है।

जुआ लूटकांड में 15 से 20 लाख रुपए लूटे गए…

दौलतपुरी में कामदेव का जुए का अड्डा है। यहां लुधियाना और जालंधर के बड़े जुआरी जुटते हैं। हर दिन 5 हजार की सेटिंग। । पुलिस पुलिस की की जांच में सामने आया कि चिंटू गैंग से हफ्ता वसूला जाता था।

दिवाली नजदीक आते ही यहां नोटों के ढेर लगने लगे। बीती 27 सितंबर की रात चिंटू अपनी गैंग के साथ धावा बोल गया। 15-20 लाख लूटे। मारपीट हुई। दातर चला। एक जुआरी घायल हुआ।

उसी वक्त दविंदर उर्फ डीसी भी मौके से भागा। पहले भी गोली खा चुका है, इस बार टकराने की हिम्मत नहीं दिखा पाया।

पुलिस का रटा-रटाया जवाब

छापा मारा था, वह नहीं मिला

दौलतपुरी कांड में चिंटू और डीसी पकड़े गए हैं?

-नहीं, तलाश जारी है।

डीसी पर खास रेड हुई?

-हां, बुधवार को उसके घर टीम गई थी। लेकिन, वह नहीं मिला।

दशहरे में उसने आयोजन किया, पता था?

-हां, वीरवार सुबह ही जानकारी मिली। फिर गिरफ्तार क्यों नहीं किया?

-लॉ एंड ऑर्डर इश्यू आ सकता था।

डीसी के साथ तो डीएसपी भी थे?

  • मुझे जानकारी नहीं। एरिया देहात का है।

देहात पुलिस को बताया? -नहीं। सिर्फ सीनियर्स को बताया।

सम्मानित होने वाले डीएसपी बोले-मुझे नहीं पता कि वह वॉटेंड है

डीएसपी (आदमपुर) कुलवंत सिंह ने कहा-‘मैं दशहरे में ड्यूटी पर था। दविंदर कमेटी का प्रधान है। उसी नाते सम्मानित किया। मुझे पता ही नहीं था कि वह वांटेड है। कमिश्नरेट पुलिस ने हमें कोई सूचना नहीं दी। अगर दी होती तो सहयोग करते।’

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