असली पंजाब पुलिस की फर्जी रेड: वर्दी में अपहरण कर फिरौती मांगी, 10 करोड़ की डिमांड; इस आप MLA के करीबी का नाम शामिल… पढ़ें
पंजाब हॉटमेल, लुधियाना/नोएडा। पंजाब के लुधियाना में कानून के रखवालों द्वारा कानून की धज्जियां उड़ाने वाला चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

पंजाब पुलिस के ASI, हेड कॉन्स्टेबल और एक स्थानीय नेता के करीबी समेत कुल सात लोगों ने मिलकर नोएडा के एक कॉल सेंटर में फर्जी रेड डाली और तीन कारोबारियों को जबरन अगवा कर पंजाब ले आए।
बाद में उन्हें छोड़ने के बदले 10 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई।इस गैंग में शामिल पुलिसकर्मियों ने खुद को SP-DSP और DIG तक बताकर वारदात को अंजाम दिया।
एक प्राइवेट व्यक्ति को फर्जी DIG बनाया गया, ASI ने खुद को SP और हेड कॉन्स्टेबल को DSP घोषित कर दिया। तीनों व्यापारियों को हथियार दिखाकर अगवा किया गया और उन्हें पंजाब के एक ढाबे में बंद रखा गया।
जब पैसे नहीं मिले तो पीड़ितों को धमकाते हुए अलग-अलग तरीकों से डॉलर, गिफ्ट कार्ड, मोबाइल फोन और घड़ियां तक लूट ली गईं।
कैसे सामने आया मामला?
खन्ना साइबर क्राइम थाने के SI नरपिंदर पाल सिंह की सतर्कता से यह पूरा मामला उजागर हुआ। उन्हें शक हुआ जब थाने की रसोई में तीन अनजान लोग पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बंद मिले।
जब SI ने सवाल पूछे तो एक व्यापारी ने पूरी सच्चाई बताई—कैसे उन्हें नोएडा से अगवा किया गया, रास्ते में वर्दीधारियों ने मारपीट की, और फिरौती मांगी गई।
पीड़ित कारोबारी की जुबानी वारदात
व्यापारी तरुण अग्रवाल ने बताया कि कैसे एक रात चार लोग नोएडा ऑफिस में घुसे और खुद को पुलिस अधिकारी बताकर धमकी दी। फिर स्टाफ से अलग करके तीनों को काली एमजी हेक्टर और किया सेल्टोस गाड़ियों में बैठाकर लुधियाना ले जाया गया।
वहां उन्हें ढाबे में बंधक बनाकर छोड़े जाने के बदले ₹10 करोड़ मांगे गए। बात न बनने पर बार-बार रक़म घटाई गई, यहां तक कि पीड़ितों के खाते से USDT ट्रांसफर कर लिए गए और उनके मोबाइल से पैसे भी निकाल लिए गए।
पुलिस ने कबूला जुर्म, एक आरोपी गिरफ्तार
सख्त पूछताछ में ASI कुलदीप सिंह और हेड कॉन्स्टेबल बलविंदर सिंह ने कबूल किया कि उन्होंने पूरी प्लानिंग के तहत यह फर्जी रेड की थी। फिलहाल एक आरोपी करनदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया है, बाकी फरार हैं जिनकी तलाश जारी है।
AAP विधायक ने झाड़ा पल्ला
इस केस में एक आरोपी के आम आदमी पार्टी की लुधियाना साउथ की विधायक राजिंद्रपाल कौर छीना से करीबी संबंध की बात सामने आई है। हालांकि विधायक ने साफ किया कि आरोपी सिर्फ दफ्तर आता-जाता था, उनके साथ कोई सीधा संबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार उनसे संपर्क करें, वे खुद उन्हें इंसाफ दिलवाएंगी।
धाराएं और केस दर्ज
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धाराओं 319, 140, 3(5), 318(4) के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि ये फर्जी पुलिस बनकर अपहरण, धमकी, वसूली और जबरन वसूली जैसे संगीन अपराधों में शामिल थे।
सवाल यह भी है कि इतने बड़े स्तर की साजिश बिना अंदरूनी समर्थन के कैसे संभव हो सकती है?जांच जारी है, लेकिन यह केस पंजाब में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता जरूर पैदा करता है।