बेअदबी विवाद पर गरमाया पंजाब: कांग्रेस दफ्तरों के बाहर अकाली दल का प्रदर्शन, जालंधर में तोड़फोड़ के आरोप
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। पंजाब में बेअदबी के मुद्दे को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। वीरवार को शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब भर में कांग्रेस दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन किया और पुतले फूंककर विरोध जताया।

जालंधर में विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जहां कांग्रेस शहरी प्रधान राजिंदर बेरी ने आरोप लगाया कि अकाली कार्यकर्ता जबरन पार्टी कार्यालय में घुस आए और तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया।

अकाली नेता सरबजीत झिज्जर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने बार-बार सिखों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है चाहे वह 1984 के दंगे हों, 1992 की राजनीति या फिर 2017 से 2022 तक का शासनकाल। उन्होंने कांग्रेस विधायक परगट सिंह से सवाल किया कि कांग्रेस सरकार में वे कौन मंत्री थे जिन्होंने पांच साल तक बेअदबी को लेकर सिर्फ सियासत की।

झिज्जर ने चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस ने बेअदबी पर माफी नहीं मांगी तो अकाली दल कांग्रेस नेताओं के घरों का घेराव करेगा। उन्होंने कहा, “जो नेता गुरुओं के नहीं हुए, वे किसी के नहीं हो सकते।
“श्री हरिमंदिर साहिब को लेकर मिल रही धमकियों पर भी उन्होंने चिंता जताई और कहा कि यह सिख संगत को डराने और माहौल खराब करने की साजिश है। उन्होंने एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने मामले की जांच की मांग की है।

झिज्जर ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब अकाली सरकार ने बेअदबी की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, तब कांग्रेस की सरकार आने पर वही केस सीबीआई से वापस ले लिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर केवल राजनीति की है और सच्चाई को कभी सामने नहीं आने दिया।
अंत में उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और सांसद चरणजीत सिंह चन्नी से सवाल किया कि इतने गंभीर मुद्दे पर वे मौन क्यों हैं।
🔹 बेअदबी को लेकर सियासत तेज, कांग्रेस और अकाली दल आमने-सामने।
🔹 जालंधर में विरोध प्रदर्शन के दौरान दफ्तर में तोड़फोड़ के कांग्रेस के आरोप।
🔹 अकाली दल ने चेताया—माफी नहीं मांगी तो होगा कांग्रेस नेताओं का घेराव।