Municipal corporation Election New : आप-कांग्रेस-भाजपा में दिखेगी कांटे की टक्कर, बैकफुट पर अकाली दल; बड़े चेहरों की कमी… बिना प्रधान की पार्टी… पढ़ें कैसे हैं राजनीतिक समीकरण
Municipal corporation election में आम आदमी पार्टी सरकार के वादों और उपचुनाव की सफलता भुनाने को तैयार, भाजपा स्मार्ट सिटी के काम और पीएम मोदी की योजनाओं पर लड़ रही चुनाव, कांग्रेस प्रदर्शन दोहराने की तैयार!
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। Municipal corporation Election Jalandhar : पंजाब में Municipal corporation चुनावों की घोषणा के बाद जालंधर में 85 वार्डों पर चुनाव की तैयारियां शुरु हो गई हैं। 2017 में हुए नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही थी और अब कई बड़े नेताओं को अपने साथ जोड़ने के बाद लड़ाई दिलचस्प बना दी है। पहले कांग्रेस और अकाली-भाजपा गठबंधन आमने-सामने होते थे लेकिन इस बार आप बड़ा उलटफेर करने को तैयार है, शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी की राहें भी जुदा है तो इसका फायदा उठाने के लिए कांग्रेस भी पूरी तरह से तैयार है। इस साल लोकसभा चुनाव में शहरी सीटों पर भाजपा को बढ़त मिली थी तो पश्चिमी विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने एक तरफा जीत हासिल की थी। ये संकेत हैं कि आप और भाजपा का वोट बैंक शहरी सीटों पर बढ़ा है जबकि कांग्रेस को सत्ता से दूर रहने का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
राजनीतिक समीकरण देखें तो कांग्रेस शहरी मुद्दों को लेकर विरोधियों पर हावी रही है इसका फायदा मिलने की उम्मीद है, यही वजह है कि जालंधर नगर निगम में मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है। वहीं बिना प्रधान के अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही अकाली दल के पास बड़े नेताओं की कमी और कैडर खत्म होने से बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। अकाली दल विधानसभा उपचुनाव में दो फाड़ हो गई थी और अकाली दल ने अपने कैंडिडेट की बजाय बसपा को समर्थन देने का ऐलान किया था। वहीं बसपा नगर निगम चुनावों में कभी भी छाप नहीं छोड़ पाई।
आम आदमी पार्टी के नेता सरकार के वादों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं लेकिन 1000 महीने के नहीं मिलना महिला वोटरों को दूर ले जा सकता है। भाजपा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टों को जरिए शहर में हुए विकास और घोटालों में आप-कांग्रेस को लगातार घेर रही है वहीं पीएम मोदी के विकास के विजन-योजनाओं को लोगों के बीच लेकर जा रही है। जबकि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता पंजाब सरकार पर कांग्रेस के नगर निगम पर काबिज होने के दौरान शुरु किए गये प्रोजेक्टों के आरोपों के साथ विकास के वादे किए जा रहे हैं।
देर शाम तक सभी पार्टियां जारी कर सकती है उम्मीदवारों की सूची, बैठकें जारी
दोपहर में चुनावों की घोषणा के साथ सभी पार्टियों की बैठकें शुरु हो गई हैं और देर शाम तक उम्मीदवारों के नाम सामने आ सकते हैं। आम आदमी पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक चल रही है। कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेता पार्टी दफ्तरों में पहुंच गए हैं। एक सीट पर दो या अधिक नेताओं के टिकट मांगने को लेकर भी फीडबैक ले रहे हैं हो सकता है उन सीटों पर उम्मीदवार के नामों को घोषणा एक-दो दिन बाद हो।
2017 में कांग्रेस ने 80 में से 65 सीटें जीती थी, 13 पर भाजपा-अकाली गठबंधन, इस बार 85 वार्ड
कांग्रेस ने 2017 में हुये जालंधर नगर निगम (एमसी) चुनाव में भारी अंतर से जीत हासिल की थी। एमसी हाउस की 80 सीटों में से कांग्रेस ने 65 सीटों पर जीत हासिल की और अकाली-भाजपा गठबंधन जो 10 साल तक एमसी पर काबिद थी सिर्फ 13 सीटों पर सिमट गई थी। वहीं दो आजाद उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, आप एक भी सीट नहीं मिली थी उसके उम्मीदवार प्रतिद्वंद्वियों से काफी पीछे रहे थे।