Political Breaking : MLA शीतल अंगुराल नहीं रहे मोदी का परिवार, चुनाव के बाद हुआ बड़ा उलटफेर… विधायक ने वापस लिया इस्तीफा
MLA ने स्पीकर को पत्र भेजा, ऑपरेशन लोटस के शिकायतकर्ता बोले- अब इसमें नए खुलासे होंगे
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। लोकसभा चुनावों के बाद जालंधर में बड़ा उलटफेर हुआ है जहां वेस्ट से आम आदमी पार्टी के MLA रहे शीतल अंगुराल (अब BJP में) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन आज (रविवार) उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। मिली जानकारी के अनुसार चुनाव खत्म होते ही अंगुराल ने भाजपा से किनारा कर लिया था। आपको बता दें कि अंगुराल ने विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है।
अंगुराल ने पत्र में कहा है कि अगर अब तक उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता तो पश्चिम हलके में दोबारा चुनाव करवाने पड़ते, जिससे सरकार का चुनाव खर्च भी बढ़ जाता। यही वजह है कि वह अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं। आपको बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष ने 3 जून को अंगुराल को बुलाया था।लेकिन उससे पहले ही अंगुराल ने खुद ही अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। हालांकि इस बारे में विधायक अंगुराल की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अंगुराल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मोदी का परिवार हटा दिया है।
स्पीकर संधवा को भेजा था अपना इस्तीफा
बता दें कि लोकसभा चुनावों से पहले विधायक अंगुराल ने बीजेपी जॉइंन कर ली थी और अगले ही दिन विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा को अपना त्याग पत्र भेज दिया था। अंगुराल आप के सांसद रहे सुशील कुमार रिंकू (अब बीजेपी में) के साथ दिल्ली में बीजेपी दफ्तर पहुंच भाजपा में शामिल हो गए थे।
उनके भाजपा में शामिल होने के बाद जालंधर में आम आदमी पार्टी के वर्करों ने उनके घर के बाहर जमकर नारेबाजी की थी। वहीं उन्हें पार्टी का गद्दार तक कह दिया था। इसके बाद जिला पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धरना देने और सरकार संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर मामला दर्ज भी किया गया था।विधायक ने बीजेपी जॉइंन करने के बाद इस्तीफा दे दिया था।विधायक ने बीजेपी जॉइंन करने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
ऑपरेशन लोटस के है मुख्य शिकायतकर्ता, बोले जल्दी नए खुलासे होंगे
पंजाब की राजनीति में भूचाल लाने वाले ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता शीतल अगुंराल ही है। करीब डेढ़ साल पहले ऑपरेशन लोटस मामले में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों जांलधर पश्चिमी हलके के विधायक शीतल अंगुराल और जालंधर केंद्रीय हलके के विधायक रमन अरोड़ा ने बयान दर्ज करवाए थे।
मोहाली थाने में केस दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंपी गई थी। लेकिन विजिलेंस की जांच में डेढ़ साल बाद भी कोई ऐसा तथ्य सामने नहीं आया जिससे किसी को इस केस में नामजद किया जा सके। उधर, भाजपा में शामिल होने के बाद शीतल अंगुराल ने बीते दिन कहा कि ऑपरेशन लोटस के मामले में क्या-क्या हुआ इसको लेकर वह जल्द ही बड़ा खुलासा करेंगे।