जालंधर की हवा में जहर: सिर्फ 16 पराली केस, फिर भी AQI 307 ‘बेहद खराब’; कपूरथला बना दोआबा का नया हॉटस्पॉट!
पंजाब हॉटमेल, जालंधर। दिवाली के एक हफ्ते बाद भी जालंधर की हवा में सुधार नहीं दिख रहा है। सोमवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 307 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। हैरानी की बात यह है कि जिले में अब तक सिर्फ 16 पराली जलाने के मामले दर्ज हुए हैं—3 दिवाली से पहले और 13 बाद में—फिर भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना हुआ है।

प्रदूषण बढ़ने से लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। डॉक्टरों ने नागरिकों को मास्क पहनने और बच्चों व बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
जालंधर में कार्रवाई तेज, 7 किसानों पर FIR दर्ज
जिले में अब तक 7 किसानों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जबकि 9 मामलों में रेड एंट्री और 6 किसानों को चेतावनी नोटिस जारी किए गए हैं। इस सीजन में सबसे ज्यादा 4 पराली जलाने के मामले 25 अक्टूबर को सामने आए।
शाहकोट क्षेत्र प्रदूषण की घटनाओं में सबसे आगे रहा है।कपूरथला में हालात बिगड़े, दोआबा का ‘हॉटस्पॉट’ बना जिलाकपूरथला जिले में पराली जलाने के कुल 35 मामले दर्ज हुए हैं—6 दिवाली से पहले और 29 बाद में। सिर्फ पिछले दो दिनों में ही यहां 13 नई घटनाएं रिपोर्ट की गईं—7 रविवार को और 6 सोमवार को।
पहली FIR सितंबर में दर्ज
इस सीजन की पहली FIR 24 सितंबर को लोहियां के किसान राज कुमार पर दर्ज हुई थी। इसके बाद 26 अक्टूबर को गट्टा मुंडी कसू गांव के सतपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया। शाहकोट और मेहतापुर क्षेत्रों में भी कई किसानों पर कार्रवाई जारी है।
