बड़ी खबर : हिट-एंड-रन केस में आप नेता बना दबंगों हिमायती, कपड़ा व्यापारी दीपक डाबर को डरा-धमका रहे, बोले “सच की लड़ाई हाईकोर्ट तक ले जाऊंगा”
खुलासा: नशे में चूर रिसोर्ट मालिक का रईसजादा रांग साइड भागा, लोगों द्वारा पकड़कर पीटे जाने के बाद खुन्नस में डाबर का नाम लिया, CCTV फुटेज ने किया सच उजागर!
जालंधर, पंजाब हॉटमेल (मनमोहन सिंह)। फगवाड़ा के चर्चित रिसोर्ट मालिक के बेटे कियूष चावला, जवाहर नगर निवासी कोनार्क मरवाहा और अक्षय अरोड़ा पर दर्ज क्रॉस पर्चे ने अब बड़ा तूल पकड़ लिया है। भारी राजनीतिक दबाव और सिफ़ारिशों के बावजूद, थाना प्रभारी जसविंदर सिंह ने निष्पक्षता की मिसाल पेश करते हुए सच का साथ दिया है।

घटना के CCTV फुटेज में यह साफ दिखाई देता है कि जिस तरह महिंदर सिंह केपी के बेटे की मौत हिट-एंड-रन में हुई थी, वैसा ही खौफनाक हादसा इस बार रईसजादे रिसोर्ट मालिक के बेटे ने दोहराया।
वडाला चौक से रविदास चौक तक उसने रॉंग साइड में तेज़ रफ़्तार से गाड़ी भगाई, जिससे कई लोगों की जान बाल-बाल बची।
शराब के नशे में चूर इस युवक को मौके पर मौजूद लोगों ने पकड़कर सबक भी सिखाया। इसके बावजूद रिसोर्ट मालिक ने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर मामले को दबाने की पूरी कोशिश की।
व्यापारी दीपक डाबर बोले – “कानून के आगे कोई दबाव नहीं चलेगा, हाईकोर्ट तक जाऊंगा”
कपड़ा व्यापारी दीपक डाबर, जो इस हादसे में न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं, ने पुलिस को एक अहम वीडियो सबूत सौंपा है जिसमें आरोपी कियूष चावला खुद गाड़ी मारने की बात कबूल करता दिख रहा है।
दीपक डाबर ने बताया कि उन्हें बदमाशों ने डराया-धमकाया, लेकिन वह अब कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे और हाईकोर्ट तक जाएंगे।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रिसोर्ट मालिक ने कई CCTV फुटेज सामने नहीं आने दीं, ताकि सच्चाई दबाई जा सके।
“सच्चे अफसर जसविंदर सिंह” — निष्पक्ष जांच की बनी मिसाल
राजनीतिक दबावों के बावजूद थाना प्रभारी जसविंदर सिंह ने सच्चाई की खोज शुरू कर दी है।उन्होंने कहा कि कानून के सामने सभी बराबर हैं, चाहे वह आम नागरिक हो या किसी बड़े घराने का बेटा।उनकी निष्पक्ष जांच ने पूरे शहर में सराहना बटोरी है।
“राजनीति में आए व्यापारी का असली चेहरा” — पैसों के लिए बने समझौते के एजेंट
मामले में एक स्थानीय आप नेता, जो पहले व्यापारी थे और बाद में राजनीति में आए, पर भी सवाल उठ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने आरोपी पक्ष के हक में राजीनामा करवाने और पुलिस कार्रवाई रुकवाने के लिए हरसंभव प्रयास किए।लोगों का कहना है कि “विकास की उम्मीदें लेकर आए ये नेता अब पैसे के सौदे में पार्टी बन गए हैं।”
CCTV फुटेज में साफ़
कपड़ा व्यापारी दीपक डाबर लगातार हॉर्न बजाकर गाड़ी रोकने की कोशिश करते रहे, लेकिन आरोपी कियूष चावला ने गाड़ी नहीं रोकी और कानून की धज्जियां उड़ाईं। आगे आगे लोगों ने रोककर पकड़ लिया और पिटाई भी की, किरकिरी से बचने के लिए ड्रामा रचा दिया।
नतीजा क्या होगा?
अब यह मामला सीधे हाईकोर्ट तक पहुंचने की तैयारी में है।शहर के लोग भी उम्मीद कर रहे हैं कि न्याय की जीत होगी और रईसजादों की दबंगई पर लगाम लगेगी।