साइप्रस में जालंधर के टोपीबाज ‘जादूगर एजेंट’ की सरेआम पिटाई: लड़कियों से ठगी के आरोप में मचा हड़कंप, 2000 यूरो देकर बचाई जान
जालंधर/साइप्रस (निकोसिया): जालंधर से साइप्रस तक अपने अनोखे ‘जादूगर लुक’ के लिए पहचाना जाने वाला एक ट्रैवल एजेंट इस बार अपने अजीब पहनावे के कारण नहीं, बल्कि धोखाधड़ी के आरोपों में बुरी तरह फंस गया। निकोसिया की सड़कों पर उस वक्त हंगामा मच गया जब मोगा (पंजाब) की दो बहनों ने सरेआम उसकी धुनाई कर दी

एजेंट, जो हर समय काले चश्मे और चमकीले जादूगर जैसे कपड़े पहनता है, निकोसिया के अमेरिकन कॉलेज के पास बीयर का कैन लिए घूम रहा था। तभी वहां पढ़ रही दोनों बहनों ने उसे पहचान लिया, जो कभी जालंधर बस स्टैंड के पास उसके ऑफिस “ओवरसीज” में अपने विदेश जाने के सपने लेकर पहुंची थीं।
आरोप है कि एजेंट ने दोनों से 2 लाख रुपये एडवांस लिए और न वीजा दिलवाया, न पैसे लौटाए।बाद में छात्राओं ने किसी और एजेंट से वीजा लेकर साइप्रस पहुंचने के बाद उसे घूमते देखा तो गुस्से में आकर पहले थप्पड़ जड़ा, फिर जमकर पीटा। हंगामा बढ़ते ही अन्य भारतीय छात्र भी वहां जमा हो गए।
इनमें से दो और छात्र सामने आए जिन्होंने आरोप लगाया कि उनसे भी एजेंट ने 50-50 हजार रुपये की ठगी की है।भीड़ के बढ़ते गुस्से को देखते हुए एजेंट की पत्नी और उसकी टीम की दो महिला सदस्य सामने आईं। उन्होंने छात्रों को शांत करने के लिए मौके पर ही 2000-2000 यूरो बांटकर बड़ी मुश्किल से मामले को रफा-दफा किया।
ट्रैवल इंडस्ट्री में मचा हड़कंप
यह घटना अब पंजाब के ट्रैवल एजेंटों की दुनिया में सनसनी बना चुकी है। जालंधर में “ओवरसीज ठगी रैकेट” के नाम से बदनाम यह एजेंट पहले भी कई विवादों में रहा है, लेकिन इस बार मामला विदेश में जाकर फूटा, जहां पीड़ित लड़कियों ने उसे सरेआम सबक सिखाया।
पुलिस केस से बचा, पर बदनामी से नहीं
छात्रों ने उसे मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोपों में पुलिस के हवाले करने की चेतावनी दी थी। एजेंट की टीम ने रिश्वत देकर तो मामला दबा दिया, लेकिन सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनामी का कारण बन गया है।
क्या ट्रैवल माफिया पर लगेगी लगाम?
अब सवाल उठ रहा है कि क्या प्रशासन ऐसे ‘फर्जी ट्रैवल एजेंटों’ पर लगाम लगाएगा या फिर युवा ऐसे ही ठगी का शिकार होते रहेंगे? इस घटना ने पंजाब के युवाओं को आगाह कर दिया है कि विदेश जाने की हड़बड़ी में ठगों के जाल में न फंसें।